यह भी पढ़ेंः
एसपी सिटी के एस्कॉर्ट का सिपाही मिला कोरेाना पॉजिटिव तो मुठभेड़ में घायल गोकश भी मिले संक्रमित अभिभावकों की समस्याओं को लेकर संस्था यथार्थ के सारथी ने वेबिनार का आयोजन किया। इसमें अभिभावकों ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान रोजगार बंद हैं। ऐसे में वे फीस कहां से अदा करेंगे। अभिभावकों ने तय किया कि नो स्कूल, नो फीस मुहिम चलाएंगे। साथ ही नर्सरी से कक्षा आठ तक के बच्चों के लिए चल रही ऑनलाइन क्लासों से अपने बच्चों की आंखों की सुरक्षा के लिए नो ऑनलाइन क्लास की मांग करेंगे। अभिभावकों ने कहा कि इन दोनों मुहिम के लिए डीएम और सरकार से मांग करेंगे और इस संबंध में ज्ञापन देंगे। साथ ही सोशल साइट्स के जरिए अपनी मांगों को शासन-प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा। अभिभावकों में शैंकी वर्मा, संगीता शर्मा, इंदु प्रजापति, डा. अनिता राठौर, विदित चौधरी, शालिनी कौशिक आदि शामिल रहे।
यह भी पढ़ेंः
मेरठ में महिला समेत तीन ने दम तोड़ा, अब तक 19 मरीजों की मौत, 320 मरीज कोरोना संक्रमित अभिभावकों की ये है मांग पब्लिक स्कूलों द्वारा फीस मांगे जाने से नाराज अभिभावकों का कहना है कि जब बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं तो वे फीस किस बात की दें। रोजगार बंद होने से बच्चों को भरपेट खाना नहीं खिला पा रहे हैं तो स्कूल की फीस कहां से दें। पढ़ाई के नाम पर ऑनलाइन क्लासें शुरू की गई हैं, लेकिन इससे बच्चों की आंखों पर बुरा असर पड़ रहा है। छोटे बच्चों के साथ उन्हें भी उनके साथ बैठना पड़ता है, जिससे कामकाज प्रभावित होता है, क्योंकि वे भी वर्क फ्राम होम कर रहे हैं। ऐसे में वे बच्चों की ऑनलाइन क्लासें नहीं करवा पा रहे हैं।