रोडवेज की इस अव्यवस्था का फायदा डग्गामार बस संचालकों ने खूब उठाया। हालांकि भीड़ इतनी जबरदस्त थी डग्गामार बसें भी कम पड़ गईं। रोडवेज बस नहीं मिलने पर यात्रियों से बस अड्डे से बाहर आकर डग्गामार बसों में सफर करने की सोची तो वह भी नहीं मिलीं। बता दें कि रोडवेज विभाग प्रतिवर्ष इस त्योहार के दिन अतिरिक्त बसों केा चलानेे के बड़े-बड़े दावे करता है, लेकिन रक्षाबंधन के दिन रोडवेज विभाग के सभी दावे खोखले साबित होते हैं।
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Rakshabandhan Rakhi 2021: इस अंदाज में दें अपनों को रक्षाबंधन की बधाई रोडवेज और रेलवे प्रशासन की व्यवस्था फेल रक्षाबंधन पर्व रविवार को धूमधाम से मनाया गया। कुछ महिलाओं ने भीड़ से बचने के लिए इस एक दिन पहले यानी शनिवार को ही भाइयों के घरों की ओर कूच कर दिया था। शनिवार को भी लोगों को बस की कमी के चलते भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा था। लोगों को भारी परेशानियों का सामना करने के बाद भी सीट नहीं मिली तो खड़े होकर सफर करना पड़ा। रक्षाबंधन का पर्व पर घर पहुंचने के लिए लोगों में जितना उत्साह देखने को मिला, उतनी ही परेशानियां रोडवेज और रेलवे प्रशासन की व्यवस्था फेल नजर आई।
अतिरिक्त बसों के दावे फेल रक्षाबंधन के त्योहार को देखते हुए ही रोडवेज ने अतिरिक्त इंतजाम करने के दावे किए थे, लेकिन बस अड्डे के हालात बहुत खराब नजर आए। जहां बसों में सवार होने की मारामारी दिखी। वहीं भारी भीड़ ने लोगों के पसीने छुड़ा दिए। बसों की छताें पर ही नहीं, बल्कि ड्राइवर के पास भी लोग बैठे नजर आए। लोगों ने सीट घेरने के लिए खिड़की से भी चढ़ने में परहेज नहीं किया।