बीएसएफ इंस्पेक्टर के बेटे ने फैलाई थी पुलिसकर्मी के घर बम की अफवाह
बता दें कि मेरठ में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें एक युवक तंदूर पर नान लगाते समय उसमें थूक लगा रहा था। युवक का यह वीडियो वायरल होते ही पुलिस और सामाजिक संगठन हरकत में आए और पुलिस ने दबाव में आकर युवक नौशाद को गिरफ्तार कर लिया था। इतना ही नहीं युवक पर जिलाधिकारी मेरठ ने रासुका के तहत कार्रवाई की थी। रासुका की इस कार्रवाई को सुनवाई के बाद गृह मंत्रालय भारत सरकार ने रद कर दिया गया है। मंत्रालय के आदेश पर नौशाद को गुपचुप रिहा कर दिया गया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में उसने सैकड़ों शादियों में थूक लगाकर रोटियां बनाने की बात स्वीकार की थी।नौशाद ने इस कार्रवाई के विरुद्ध गृह मंत्रालय भारत सरकार में प्रत्यावेदन दिया था जिसपर सुनवाई के बाद मंत्रालय ने उक्त कार्रवाई को रद कर दिया। मंत्रालय की अवर सचिव मीना शर्मा ने 12 मई को ही जेल अधीक्षक और जिला प्रशासन को इस निर्णय की जानकारी देते हुए नौशाद को रिहा करने का निर्देश दिया था। जिस पर नौशाद को 13 मई को जेल से रिहा भी कर दिया गया। इस कार्रवाई को पुलिस और प्रशासन ने गोपनीय रखा।