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ऐसा हम नहीं कह रहे बल्कि मुख्य डाकघर ने यह निर्देश जारी किए हैं। मेरठ के मुख्य डाकघर ( Post Office ) से जारी निर्देशों के मुताबिक लोगों को खुद ही कोरोना ( COVID-19 virus ) की जांच कराकर निगेटिव रिपोर्ट डाकघर में दिखानी होगी। रिपोर्ट भी पांच से छह दिन से अधिक की नहीं होनी चाहिए। अगर वह छह दिन से अधिक पुरानी हुई ताे उसे माना नहीं जाएगा।Exclusive: वेस्ट यूपी में पनप रहा सिंथेटिक ड्रग्स का कारोबार, जानिए कैसे युवाओं की ज़िंदगी कर रहा खराब
बता दे कि लॉकडाउन के बाद एक अगस्त से शहर के डाकघर में आधार कार्ड बनवाने और उसमें करेक्शन का काम शुरू हाे गया है। पिछले करीब चार महीने से लॉकडाउन के चलते आधार कार्ड का काम बंद पड़ा हुआ था। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। अब जब आधार कार्ड बनने का काम शुरू हुआ तो डाकघरों में स्थिति बिगड़ने लगी। हालात यह है कि व्यवस्था सुधारवाने के लिए डाकघरों में पुलिस बुलानी पड़ रही है। बैंकों ने आधार कार्ड बनाने का काम पहले से ही बंद किया हुआ है।
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ऐसे में मेरठ के दो डाकघरों घंटाघर और कैंट में आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। दोनों डाकघरों में प्रतिदिन 60 आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। आधार कार्ड बनवाने के लिए लोग आधी रात से ही लाइन में लगकर खड़े हो जाते हैं। भीड़ के कारण कोरोना संक्रमण का खतरा भी लगातार बढ़ रहा है। पिछले दिनों डाकघर की एक महिला कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव पाई गईं थी। जिसके बाद से विभाग अधिक सतर्क हो गया है।