भारतीय वैज्ञानिकों की उपलब्धि, इंसानों के फेफड़ों जैसी गति करने वाला सस्ता 3डी रोबोटिक मोशन फैंटम किया विकसित
स्वास्थ्य विभाग ( health Department ) ने इसके लिए चेताते हुए गाइडलाइन जारी कर दी है। तीसरी लहर काे लेकर इसलिए भी चिंता बढ़ रही है क्योंकि डेल्टा प्लस वायरस के मामले भी सामने आ रहे हैं हालांकि उन पर काबू पा लिया गया है लेकिन आशंका को देखते हुए प्रदेश में गैर राज्यों से आने वाले लोगों की हाईवे, रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन और एक्सप्रेस-वे पर निगरानी बढ़ा दी गई है। इन दिनों टीके की उपलब्धता कम होने के कारण टीकाकरण के मामले में थोड़ा कमी आई है।कुर्बानी और नमाज को लेकर गाइड लाइन जारी, रखना होगा इन बातों का ध्यान
इस लिहाज से विशेषज्ञ तीसरी लहर रोकने के लिए अगले 15 दिन को बेहद महत्वपूर्ण मानकर चल रहे हैं। मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर ज्ञानेंद्र का कहना है कि मौजूदा स्थिति बहुत नियंत्रण में है। विशेषकर मेरठ और पूरे यूपी की स्थिति देश के अन्य राज्यों से बेहतर है। यहां बाहरी राज्यों से आने वाले एक-एक व्यक्ति की कोरोना जांच कराई जा रही है। वैक्सीनेशन भी ठीक चल रहा है। यह स्थिति अगले 15 दिन बनी रही तो तीसरी लहर अभी दूर रहेगी।देवशयनी एकादशी: आज से चार महीने तक नहीं हो सकेंगे मांगलिक और शुभ काम
कोरोना के खिलाफ दो तरह की इम्युनिटी होती है। एक तो नेचुरली एक्वायर्ड इंफेक्शन यानि प्राकृतिक रूप से संक्रमण होने पर व दूसरी कोविड वैक्सीनेशन से। पहली व दूसरी लहर में देश में अधिकांश लोग हारड इम्युनिटी प्राप्त कर चुके हैं। अब वैक्सीनेशन उनकी सुरक्षा को और मजबूत कर रहा है, इसलिए हर्ड इम्युनिटी भी तीसरी लहर के प्रभाव को कम करने के काम आएगी। उन्होंने बताया कि जो स्थिति अभी चल रही है, वह भी 15 दिन तक स्थिर रही तो फिर तीसरी लहर की संभावना काफी कम होगी। वैक्सीनेशन, हर्ड इम्युनिटी व कोविड अनुरूप से ही स्थिति नियंत्रण में है। इंडियन इंस्टीट्यूट आफ मैथमेटिकल साइंस, चेन्नई के विशेषज्ञों के अनुसार वायरस की आर ( रिप्रोडक्टिव ) दर यदि एक से नीचे रहती है तो वह नई चेन नहीं बना पाता।