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प्रियंका ने यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने की ये कर ली तैयारी, विपक्षी दलों में मची खलबली उन्होंने गांव के डिग्री कालेज का निर्माण जल्द से जल्द कराने की बात कही। ग्रामीणों के साथ काफी संख्या में बुजुर्ग और युवा वर्ग भी शामिल थे। दादरी के ग्रामीणों ने हाथ में स्लोगन लिखे पोस्टर लिए हुए थे। जिसमें गांव के कालेज निर्माण के लिए स्लोगन लिखे हुए थे। बता दें कि वर्ष 2016 में गांव दादरी में राजकीय महिला डिग्री कालेज खोलने की बात कही गई थी। इसके लिए शासन से दस करोड़ का बजट भी आवंटित हो गया था। शासन ने बजट की एक करोड की धनराशि को निर्गत कर दिया था। उक्त धनराशि से जितना काम होना था वह हुआ। उसके बाद काम रोक दिया गया।
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VIDEO: पुलिस की गाड़ी में टक्कर मारकर भाग रहे बदमाश पकड़े तो इनके पास मिला ये प्रतिबंधित सामान बता दें कि गांव दादरी के आसपास कोई भी डिग्री कालेज नहीं है। गांव की लड़कियों को खतौली या मुजफ्फरनगर का जाना पड़ता है। जबकि गांव में ही डिग्री कालेज स्थापित हो चुका है। डिग्री कालेज के निर्माण न होने की वजह से क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने डीएम से आग्रह किया वे अपने स्तर से जांच कराकर यह सुनिश्चित कराने का कष्ट करें कि विगत वर्षों में डिग्री कालेज का कार्य क्यों रूका हुआ है। यह किस स्तर पर कार्यवाही की जरूरत है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि अगर उनके गांव के कालेज का रूका निर्माण पूरा नहीं हुआ तो वे हाईवे जाम करेंगे। जिसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।