आपको बता दें कि भदौरिया रफाल खरीद टीम के अध्यक्ष भी रहे हैं। वह 26 तरह के लड़ाकू और परिवहन विमानों को उड़ाने का अनुभव रखते हैं।
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एयर चीफ मार्शल भदौरिया हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस के आरंभिक नमूनों की उड़ानों में व्यापक रूप से शामिल रहे हैं और उन्होंने 26 विभिन्न लड़ाकू व मालवाहक विमानों की 4,250 घंटे की उड़ान भरी है।
भदौरिया इससे पहले वायु सेना के उप प्रमुख थे।
उन्होंने एयर चीफ मार्शल बी. एस. धनोआ के स्थान पर चार्ज संभाला है। दरअसल, धनोआ 30 सितंबर को सेवानिवृत्त हो गए हैं।
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राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे जहां भदौरिया को पूरी मेधासूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने के लिए बेहद चाहत वाला सम्मान ‘सोर्ड ऑफ ऑनर’ मिला।
उन्होंने जून 1980 में आईएएफ के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन प्राप्त किया था। वायुसेना के विभिन्न विमानों में अपनी दक्षता के अलावा भदौरिया एक एक्सपेरिमेंटल टेस्ट पायलट, कैट ‘ए’ क्वालिफायड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर और पायलट अटैक इंस्ट्रक्टर भी हैं।