एसटीएफ को मिली बड़ी कामयाबी
विधान सभा हलका पट्टी के गांव चम्बल निवासी जसविंदर कौर जस्सी की बेटी कांस्टेबल गुरजिदर कौर पंजाब पुलिस में तैनात हैं। जब पार्टी वर्करों को जसविंदर के घर छापे की खबर मिली तो वे भी मौके पर पहुंचे, लेकिन पुलिस द्वारा रोके जाने पर वे लौट गए। एसटीएफ ने छापामारी के दौरान किसी को भी घर में आने दिया और ना ही जाने दिया। देर रात चली तलाशी में एसटीएफ को बड़ी कामयाबी मिली है।
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कई पुलिस कर्मियों के खुलेंगे राज
गुरजिदर कौर को लाइन हाजिर करके उसके खिलाफ विभागीय जांच शुरू हो गई है। एसटीएफ ने पहले बरामद की गई हेरोइन के मामले में जस्सी और उसके परिवार के अन्य सदस्यों की कॉल डिटेल निकाल रही है। माना जा रहा है कि इससे कई पुलिस कर्मियों के राज खुल सकते है। खबरों के अनुसार, पुलिस का एक अधिकारी की जस्सी के साथ हेरोइन मामले में कथित तौर पर मिलीभगत सामने आ रही है।
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छह साल से कर थे हेरोइन तस्करी
पूछताछ में पांचों आरोपियों ने बताया कि वे करीब छह साल से हेरोइन तस्करी का काम कर रहे है। पुलिस के मुताबिक एक आरोपी मीता खेतीबाड़ी करता है। उसके खिलाफ पहले भी नशा तस्करी और मारपीट का मामला दर्ज है। आरोपी जग्गा खेतीबाड़ी के साथ नशे का आदी है। वहीं आरोपी गोपी टैक्सी चलाने का काम करता है। आरोपी जसविंदर कौर जस्सी के खिलाफ पहले भी नशा तस्करी, जाली करंसी, मारपीट, हत्या के प्रयास सहित आर्म्स एक्ट के तहत कई मामले दर्ज है। सूत्रों की मानें तो जसविदर कौर जस्सी ने कुछ ऐसे तस्करों के नाम बताए है, जिनसे हेरोइन खरीदकर आगे बेचा करती थी।