प्रशांत ने बताया कि नीति से उनकी मुलाकात बेंगलूरु में एक कार्यक्रम में हुई थी। स्टार्ट-अप और नई तकनीक के प्रति दीवानगी दोनों को करीब ले आई। इसके बाद दोनों ने तय किया कि शादी में तोहफे की जगह वर्चुअल मुद्रा देने की अपील करेंगे।इस मुद्रा का इस्तेमाल गरीब बच्चों के लिए करेंगे।
मेहमानों को ‘बिटकॉइन’ को समझने में परेशानी न हो इसके लिए दोनों ने कार्ड पर इसे भेजने के तरीकों का भी विवरण दिया। प्रशांत की तरह नीति भी आईटी पेशेवर हैं। दोनों ने अपनी शादी को आईटी से ही नहीं जोड़ा बल्कि कैशलेस अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा दिया है।