मौत के इस तांडव के बीच शनिवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार एसकेएमसीएच ( SKMCH ) अस्पताल पहुंचे। खास बात यह है कि यहां कन्हैया कुमार को विरोध का सामना करना पड़ा।
CBI ने हथियार कारोबारी संजय भंडारी के ठिकानों पर की छापेमारी, 75 बेसिक ट्रेनर विमानों की खरीद का मामला भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैयार कुमार को मुजफ्फर स्थित SKMCH पहुंचते ही सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें अंदर जाने की अनुमति नहीं दी। 200 से ज्यादा समर्थकों के साथ एसकेएमसीएच पहुंचे भाकपा नेता कन्हैया कुमार को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। इसके बाद कन्हैया के साथ आये समर्थकों ने सुरक्षा गार्डों से उलझ पड़े।
तो अकेले आते कन्हैया कुमार
दरअसल कन्हैया कुमार को अंदर जाने से रोकने के पीछे जो तर्क था उसके मुताबिक कन्हैयार कुमार यहां मौतों को राजनीतिक रंग देने पहुंचे थे। लोगों का कहना है कि अगर उन्हें मासूम बच्चों की मौत का दर्द था तो वे अकेले या दो-चार लोगों के साथ आते। भाकपा के झंडे-बैनर के साथ सैकड़ों समर्थकों को लाने के पीछे उनका इरादा ठीक नहीं था।
चमकी बुखार का जारी है कहर, झूठी है लीची की खबर, आखिर बच्चों की मौत से सरकार क्यों बेखबर! कन्हैयार कुमार जिस तरह अपने साथ लाव लश्कर लेकर आए थे उससे तो ये लग रहा था कि वे मासूम बच्चों की मौत पर अफसोस जताने नहीं बल्कि कोई रैली करने पहुंचे हों। इन्हीं वजहों से लोगों को कन्हैया कुमार का जमकर विरोध किया।
ये बोले कन्हैया कुमार
काफी देर के बाद कन्हैया कुमार को सुरक्षा कर्मियों ने अंदर जाने दिया। हालांकि इस दौरान उनके साथ सिर्फ दो या तीन समर्थक की अंदर जा सके। अंदर जाने के बाद कन्हैया कुमार ने पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की और कहा कि ये प्रार्थना का वक्त है ना कि राजनीतिक करने का।