राज्य सरकार पर कुल खर्च आएगा 28 करोड़ रुपए
कोलकाता में दुर्गा पूजा आयोजन समितियों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक में ममता बनर्जी ने बताया कि कोलकाता के अंदर करीब 3000 और पूरे राज्य में 25 हजार दुर्गा कमेटियां हैं। सभी को 10-10 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी। इससे राज्य का कुल खर्च 28 करोड़ रुपए होगा। आपको बता दें कि ममता कि इस ऐलान को सीधे तौर पर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। चुनाव के मद्देनजर ये फैसला हिंदुओं को लुभाने के लिए लिया गया है।
15 से 19 अक्टूबर के बीच होगी दुर्गा पूजा
आपको बता दें कि पश्चिम बंगाल में अक्सर दुर्गा पूजा के दौरान सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने की खबरें आती रही हैं, जिनमें राज्य सरकार पर हमेशा मुस्लिमों का तुष्टिकरण और हिंदुओं को नजरअंदाज करने के आरोप लगते रहे हैं। इस बार दुर्गा पूजा का पर्व 15 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक मनाया जाएगा। पश्चिम बंगाल के अंदर मुहर्रम और दुर्जा पूजा को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है। बीते साल भी मूर्ति विसर्जन और मुहर्र्म का विवाद कोलकाता हाई कोर्ट पहुंच गया था, जिसके बाद ममता सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। राज्य सरकार पर आरोप लगे थे कि एक वर्ग को संतुष्ट करने के लिए उन्होंने मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी थी।
ममता सरकार पर लगता रहा है मुस्लिमों के तुष्टिकरण का आरोप
इस मामले में बीजेपी ने ममता बनर्जी मुस्लिमों का तुष्टिकरण कर हिन्दुओं का अपमान करने का आरोप लगाया था। खासबात यह है कि तृणमूल की गढ़ माने जाने वाले पश्चिम बंगाल में बीजेपी तेजी से अपना आधार बना रही है और उसकी लोकप्रयिता में भी इजाफा हो रहा।