वहीं, दिल्ली सरकार ( Delhi Goverment ) ने राजधानी के कई शीर्ष अस्पतालों को कोविड-19 ( Covid-19 ) की मौतों की रिपोर्टिंग में कथित देरी को लेकर कारण बताओं नोटिस ( Show cause notice ) जारी किया है।
इन अस्पतालों पर सरकारी आदेशों और आपदा प्रबंधन अधिनियम ( Disaster management act )
के उल्लंघन का आरोप है।
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रविवार को जारी दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, एम्स अस्पताल, लोक नायक अस्पताल, आरएमएल अस्पताल और सफदरजंग अस्पताल को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं, ताकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देशों के उल्लंघन में मौत के मामलों की रिपोर्ट करने में देरी के कारणों की व्याख्या की जा सके।
इन नोटिस में सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ( DDMA ) के नियमों का हवाला दिया है।
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दिल्ली सरकार की ओर से अस्पतालों को ये कारण बताओं नोटिस कोरोना वायरस के कारण अब तक कुल 57 मौतों के बाद जारी किए गए हैं।
कुछ के साथ 5 अप्रैल को वापस डेटिंग भी 30 मई को सामूहिक रूप से जारी की गई थी। इसमें से पांच लोगों को मौत 30 मई को हुई, जबकि शेष 53 लोगों की जान 5 अप्रैल और 29 मई के बीच में गई।
आपको बता दें कि राजधानी में स्थित बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल और राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल भी कोरोना से मृत्यु के मामलों की रिपोर्ट करने में देरी के कारणों की व्याख्या करने और उपरोक्त निर्देशों द्वारा जारी निर्देशों के कथित उल्लंघन के लिए जवाब—तलब किया गया था।