Coronavirus: मास्क और सैनेटाइजर की कालाबाजारी करने वालों की खैर नहीं, होगी 7 साल की जेल
भार्गव की चेतावनी के मुताबिक, ‘कोरोना को तीसरे चरण पर जाने से रोकने के लिए सरकार के पास सिर्फ 30 दिन का वक्त है। इस समय सीमा के अंदर ही सरकार कोविड- 19 का संक्रमण सामुदायिक स्तर पर फैलने से रोक सकती है। इसके लिए केंद्र सरकार को तत्परता दिखानी होगी।’
फिलहाल भारत ने कोरोना coronavirus us ) के संक्रमण को स्थानीय स्तर तक फैलने से रोकने में बखूबी सफलता हासिल की है। यहीं वजह है कि कोविड- 19 (COVID-19 ) का संक्रमण व्यक्तिगत स्तर पर ही सीमित है। देश के किसी भी इलाके में पूरा का पूरा समुदाय इससे पीड़ित नहीं है। लेकिन देश के सामने अब सबसे बड़ी चुनौती है इसे आगे फैलने से रोकना और उस पर विराम लगाना ।
भार्गव ने आग कहा कि कोरोना को लेकर सरकार का प्रयास संतोषजनक है। सरकार इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। ICMR के मुख्य महामारी विशेषज्ञ डॉ. आरआर गंगाखेड़कर ने कहा, अभी फिलहाल कोविड- 19 के लक्षण वालों की ही जांच हो रही है। अभी फ्लू के लक्षणों वाले हर व्यक्ति की जांच की जरूरत नहीं है।’
गंगाखेड़कर ने कहा, ‘जो लोग कोरोना प्रभावित देशों से लौटे हैं और जो इनके संपर्क में आए हैं, उनकी भी जांच की जरूरत तभी है जब उनमें बीमारी के कुछ लक्षण दिखें। क्योंकि बिना लक्षण की जांच के ज्यादातर रिजल्ट नेगेटिव आएंगे। तब वो आगे लक्षण दिखने के बाद भी लापरवाही दिखाएंगे। जिसके बाद रोग के प्रसार का खतरा बढ़ जाएगा।’ वहीं, संस्था के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस तीसरे चरण में पहुंचता है तो जांच को लेकर रणनीति बदल सकती है।