बता दें कि मीडिया ने उनसे पूछा था कि पश्चिम बंगाल से निजामुद्दीन मरकज में कितने लोग शामिल हुए थेे। तबलीगी के मरकज के बाद से निजामुद्दीन कोरोना वायरस (
coronavirus ) का हॉटस्पॉट बना हुआ है। ममता बनर्जी ने लोगों से इस समय डर्टी पॉलिटिक्स न करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस समय सभी डर्टी पॉलिटिक्सल को छोड़कर कोरोना वायरस के खिलाफ एक साथ मिलकर जंग लड़ें।
असदुद्दीन ओवैसी ने BJP पर साधा निशाना, कहा – केवल व्हॉट्सएप फॉरवर्ड कर कोरोना को नहीं हरा सक मीडिया की ओर से सवाल पूछने पर भले ही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी नाराज हो गईं लेकिन पिछले सप्ताह इस मुद्दे से जुड़ी कुछ जानकारियां प्रदेश सरकार ने सभी से साझा की थी। उन्होंने बताया कि केंद्र ने इस बात की सूचना दी थी कि पश्चिम बंगाल से 71 लोग तबलीगी जमात के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए दिल्ली के निजामुद्दीन आए हुए थे।
सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र की जानकारी पर हमने इसमें से 54 लोगों को ट्रैक कर लिया है। इसमें से 40 मलेशिया, इंडोनेशिया और म्यांमार से आए हुए लोग हैं। इन सभी को कोलकाता में क्वारनटाइन किया गया है।
WHO ने जारी की नई गाइडलाइन, कहा – स्वस्थ लोगों को फेस मास्क पहनने की जरूरत नहीं बता दें कि पश्चिम बंगाल में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या 75 से ज्यादा हो गई हैं। सीएम ममता बनर्जी ने मीडिया को बताया कि प्रदेश में अब तक कोविड—19 से 5 लोगों की मौत हुई है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि वह पश्चिम बंगाल में असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए काम के मोर्चे पर सीमित छूट दिए जाने के विकल्प पर विचार कर रही हैं। इसके पीछे उन्होंने तर्क दिया कि असंगठित क्षेत्र के लोग लॉकडाउन की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।