“मिसाइल मैन” कलाम ने धनंजय चैटर्जी पर नहीं दिखाई थी दया
राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान डॉ.
कलाम के पास 50 दया याचिकाएं आईं थी, इन्हें पुनर्विचार के लिए सरकार के पास भेजा
गया।
Former president APJ Abdul Kalam passes away
नई दिल्ली। 84 वर्षीय पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम “मिसाइल मैन” अब हमारे बीच नहीं रहे। उनका शिलांग के अस्पताल में निधन हो गया। वे मेघालय के आईआईएम के एक कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित करने गए थे। जहां अचानक आए हार्ट अटैक के कारण उनकी मौत हो गई। उनका अंतिम संस्कार रामेश्वरम में किया जाएगा।
वहीं मिसाइल मैन की बात की जाए तो वे मृत्युदंड के पूरी तरह से खिलाफ थे। राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान डॉ. कलाम के पास 50 दया याचिकाएं आईं थी, इन्हें पुनर्विचार के लिए सरकार के पास भेजा गया। हालांकि धनंजय चैटर्जी केस की दया याचिका ही उन्होंने दो बार खारिज की। इस केस में एक लिफ्ट ऑपरेटर ने लड़की का रेप कर उसकी हत्या कर दी थी।
डॉ. कलाम ने खुद अपनी किताब टर्निग पॉइंट्स में कहा था कि राष्ट्रपति के तौर पर कोर्ट की ओर से लिए गए मृत्युदंड पर विचार करना मेरे लिए सबसे मुश्किल कामों में से एक था। कलाम ने कहा था कि मेरे लिए आpर्यजनक था कि ज्यादातर सभी मामले जो लंबित थे उनमें सामाजिक एवं आर्थिक भेदभाव था।
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