लेफ्टिनेंट जनरल विजय सिंह ने बताया कि इस बैठक में सेना की क्षमताओं को बढ़ाना मुख्य मुद्दा था। उन्होंने कहा कि बैठक में इस बात पर भी फैसला हुआ कि गोला-बारूद की खरीद को प्राथमिकता दी जाएगी। वहीं एक हफ्ते तक चले इस कमांडरों के इस बैठक में सेना प्रमुख का भी संबोधन हुआ। सेना प्रमुख ने कमांडरों को हर परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। वहीं दूसरी ओर बैठक में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सेना के अधिकारियों और जवानों के कार्यों की सराहना की।
आपको बता दें कि भारत और चीन के बीच भूटान के डोकलाम क्षेत्र को लेकर करीब 2 महीने से ज्यादा ये विवाद चला। इस दौरान दोनों देशों की सेनाएं डोकलाम में युद्ध सामग्री के साथ डेरा डाले हुईं थीं। इस तनाव के दौरान चीन की तरफ से कई बार युद्ध की गीदड़ भभकियां दी गईं थी, लेकिन भारत की तरफ डिप्लोमेटिक अंदाज में ही इस मसले का निपटारा करना जारी रखा और आखिर में भारत की ही कूटनीतिक जीत है जो चीन डोकलाम से अपनी सेना हटाने को तैयार हो गया है।