सूत्रों के मुताबिक चुनाव आयोग अगले वर्ष लोकसभा चुनाव के साथ 11 राज्यों के विधानसभा चुनाव भी करा सकता है। इन राज्यों में लोकसभा चुनाव से 6 महीने पहले और 6 महीने बाद विधानसभा चुनाव होना प्रस्तावित है। भाजपा के एक बड़े नेता का कहना है कि वह कई महिनों से कई विधानसभा चुनावों के बारे में खोजबीन कर रहे हैं और लोगों को इस बात के लिए मना रहे हैं कि विधानसभा चुनाव लोकसभा चुनाव के साथ हों। बता दें कि 2018 के आखिर में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। संभावना जताई जा रही है कि लोकसभा चुनाव-2019 के साथ आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है। इसके करीब छह महीने के बाद हरियाणा, झारखंड और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। आंध्र प्रदेश और मिजोरम को छोड़कर सभी राज्य में भाजपा नीत सरकारें हैं।
पीएम मोदी ने की थी ‘एक देश एक चुनाव’ फॉर्मूले की मांग
देश के अंदर लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ में कराए जाने की मांग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी, जिसके बाद कई संवैधानिक संस्थाओं ने इस मांग को लेकर चर्चा शुरू कर दी है। पीएम मोदी ने कई बार मंच से ये मांग की है कि देश के अंदर लोकसभा और विधानसभा चुनाव साथ में होने चाहिए। हालांकि ये इतना आसान नजर नहीं आ रहा, क्योंकि इसके लिए सभी राजनीतिक दलों की सहमति जरूरी है, जिसके लिए विधि आयोग ने दो दिवसीय बैठक बुलाई है।