खुफिया सूत्रों के अनुसार आतंकी हमले की साजिश के लिए शकरगढ़ कस्बे के एक गांव घरोट के घर को चुना गया। यह गांव सीमा से ज्यादा दूर नहीं है। आतंकियों ने रविवार रात रावी नदी के किनारे-किनारे चलते हुए नदी पार कर ली और भारतीय सीमा के बामिअल गांव में घुस आए। बामिअल गांव से बस पकड़कर आतंकी हाईवे तक आ गए।
जांचकर्ता इस हमले में ड्रग तस्करों की भूमिका से भी इनकार नहीं कर रहे हैं। उनका मानना है कि हो सकता है ड्रग तस्करों ने हमलावरों को महत्वपूर्ण जानकारी दी हो, जिनमें बस रूट और पुलिस स्टेशन का चुनाव शामिल है। एक आला सैन्य अधिकारी के अनुसार सीमापार से हो रही नशील पदार्थो की तस्करी चिंतनीय है।