शनिवार को राहुल गांधी एक ट्वीट कर पूर्वी लद्दाख के गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारत-चीन ( India China Forces Clash ) सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प को लेकर मोदी सरकार पर पलटवार किया है। मोदी सरकार से पूछा है कि प्रधानमंत्री ने भारतीय क्षेत्र के मुद्दे पर चीन के सामने आत्मसमर्पण क्यों किया?
Delhi में कोरोना ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, 24 घंटे में 3137 नए मामले आए सामने अगर जमीन चीन की थी तो हमारे जवान क्यों मारे गए। उन्हें किस जगह मारा गया।
बिना हथियार खतरे की ओर हमारे जवान को किसने भेजा इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi ) ने कौन जिम्मेदार है कैप्शन लिखते हुए अपने एक वीडियो में पूछा था भाइयों और बहनों, चीन ने हिंदुस्तान के शस्त्रहीन सैनिकों की हत्या करके एक बहुत बड़ा अपराध किया है। मैं पूछना चाहता हूं, इन वीरों को बिना हथियार खतरे की ओर किसने भेजा और क्यों भेजा। कौन जिम्मेदार है। धन्यवाद।
कोरोना केस करीब 4 लाख होने में लगे 143 दिन, अमरीका-ब्राजील के बाद सबसे तेज रफ्तार हमारी जमीन की तरफ कोई आंख उठाकर नहीं देख सकता कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने यह ट्वीट पीएम नरेंद्र मोदी (
PM Narendra Modi ) के उस बयान के बाद दिया है, जिसमें प्रधानमंत्री ने कहा था कि न वहां
( गालवान घाटी ) कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है। आज हमारे पास ये कैपेबिलिटी है कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता है।
गलवान घाटी हिंसक झड़प बता दें कि 15-16 जून की दरम्यानी रात गलवान घाटी में चीन और भारतीय सैनिकों के बची हिंसक झड़प हुई थी। चीनी सैनिकों ने दगाबाजी का परिचय देते हुए लौट रहे भारतीय सैनिकों पर पीछे से हमला बोला था। हिंसक झड़प में 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए। जबकि चीन के 43 सैनिक भारतीय सैनिकों के पलटवार में मारे गए। उसके बाद से पूरा विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर ( Attack on Modi Government ) है। शुक्रवार को पीएम मोदी ने इस बारे में घटनाक्रम की जानकारी विपक्षी नेताओं को दी लेकिन कांग्रेस इस जवाब से संतुष्ट नहीं है।