दूसरी तरफ सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर अमल कराना केरल सरकार के लिए अब प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। यही कारण है कि दो महिलाओं को पुलिस सुरक्षा में मंदिर ले जाया जा रहा है। इनमें तेलंगाना की एक ऑनलाइन पत्रकार हैं। और एक अन्य महिला कोच्चि की है। दोनों महिला श्रद्धालु को आईजी पुलिस श्रीजीत की अगुवाई वाली एक टीम सबरीमाला मंदिर ले जाने की कोशिश कर रही है। बताया जा रहा है कि पुलिस सुरक्षा में जा रहीं दोनों महिला मंदिर से महत 200 मीटर की दूरी तक पहुंच गई हैं। जबकि अयप्पा के भक्त उनका रास्ता रोक रहे हैं।
सबरीमला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश का विरोध कर रहे श्रद्धालुओं की निलक्कल में पुलिस के साथ झड़प के एक दिन बाद केरल सरकार की आरे से जारी बयान में कहा गया है कि आरएसएस आतंक फैलाकर भगवान अयप्पा धर्मस्थल को नष्ट करने का प्रयास कर रहा है। प्रदेश सरकार आरएसएस को उसके मंसूबों में कामयाब नहीं होने देगी।
भाजपा का पलटवार
भाजपा ने यह कहते हुए केरल सरकार पर पलटवार किया कि माकपा की अगुवाई वाली वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) सरकार अयप्पा मंदिर की छवि खराब करने की कोशिश कर रही है। वह इस धर्मस्थल में तनाव फैलाने के लिए जिम्मेदार हैं। इतना ही केरल की वामपंथी सरकार धर्मस्थल की पवित्रता को तोड़ने पर आमदा हैा भगवान अयप्पा के समर्थक सरकार को इस बात की इजाजत नहीं दे सकते।
सबरीमला मंदिर में प्रवेश का विरोध कर रहीं भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लेना शुरू कर दिया है। पुलिस ने भाजपा महासचिव सोभा सुरेंद्रन हिरासत में ले लिया है। इस गिरफ्तारी के बाद से समर्थकों के बीच असंतोष पहले से ज्यादा बढ़ गया है।