गंदी मानसिकता वालों का हो शुद्धिकरण: तृप्ति देसाई
महिलाओं के मंदिर में प्रवेश करने का सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई ने स्वागत किया । उन्होंने कहा कि ये समानता की जीत यह हमारे आंदोलन के लिए एक बड़ी जीत है। यह नए साल में महिलाओं के लिए अच्छी शुरूआत है। वहीं महिलाओं के प्रवेश के बाद शुद्धिकरण को लेकर देसाई ने गुस्सा जाहिर किया है। उन्होंने कहा कि मंदिर नहीं बल्कि इस तरह की मानसिकता रखने वालों के शुद्धिकरण की जरुरत है। ये महिला ही नहीं बल्कि भगवान अयप्पा और सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी अपमान है। जिस मां के कोख के भगवान ने जन्म लिया, उस महिला के प्रवेश से अगर मंदिर अशुद्ध होता है तो इससे ज्यादा निराशानजक क्या होगा।
…और टूट गई सैकड़ों साल पुरानी परंपरा
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने सबरीमला मंदिर को लेकर ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए कहा था कि अब मंदिर में में महिलाओं के प्रवेश को प्रवेश से रोका नहीं जा सकता। इसके बाद भी मंदिर में महिलाएं नहीं घुस पाईं। इसी बीच बुधवार को कड़ी सुरक्षा के बीच बिंदु और कनकदुर्गा महिलाओं ने मंदिर में प्रवेश कर भगवान अयप्पा के दर्शन किए। एक न्यूज ने इसका एक वीडियो भी जारी की है। वीडियो में साफ दिख रहा है कि दो महिलाएं अहले सुबह मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर प्रवेश कर रही हैं। दोनों ही महिलाएं काले रंग का लिबास धारण किए हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, महिलाओं की उम्र लगभग 40 साल है।