मंगलवार को सुंजवान आर्मी कैंप में तलाशी के दौरान एक और जवान का शव बरामद होने के बाद जम्मू में हुए आतंकवादी हमले के मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। सेना ने मंगलवार को कहा कि छठे जवान का शव सोमवार शाम को तलाशी अभियान के दौरान बरामद हुआ। इसके बाद इस सैन्य शिविर पर शनिवार को हुए हमले में मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो चुकी है। इस हमले में छह जवान शहीद हो चुके हैं और एक नागरिक की जान चली गई है। इसके अलावा महिलाओं और बच्चों सहित 10 अन्य घायल हैं।
रक्षा मंत्री ने किया सुंजवान कैंप का दौरा
सुंजवान कैंप पर हुए आतंकी हमले के बाद सोमवार को रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कैंप का दौरा किया। कैंप का निरीक्षण करने के बाद सीतारमण ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने हमले संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये आतंकी हमला पाकिस्तान समर्थित था और इस हमले की पाकिस्तान को भारी कीमत चुकानी होगी। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मसूद अजहर आतंकी हमले का मास्टरमाइंड है। सभी आतंकी सेना की वर्दी में थे और ये कुछ दिन पहले यहां घुसपैठ की कोशिश कर चुके हैं।
पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग
रक्षा मंत्री ने बताया कि इस हमले में 5 जवान शहीद हुए हैं और सेना ने 4 आतंकियों को भी ढेर कर दिया है और ऑपरेशन तो अभी चल रहा है। सीतारमण ने कहा कि इस पूरे हमले की जांच NIA करेगी। देश भर में पाकिस्तान के खिलाफ लोगों का गुस्सा चरम पर है। टीवी चैनलों पर डिबेट से लेकर सोशल मीडिया पर आम लोगों की सरकार से एक ही मांग है कि पाकिस्तान को उसी की भाषा में फिर से सबक सिखाया जाए।
नागरिकों से मिलीं रक्षामंत्री
निर्मला सीतारमण ने इस हमले में घायल हुए जवानों और आम नागरिकों से भी मुलाकात की। साथ ही उन्होंने जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के साथ मुलाकात भी की। रक्षा मंत्री ने सेना के उच्च अधिकारियों के साथ भी एक बैठक भी की। उन्होंने कहा कि राज्य की पुलिस और सेना मिलकर काम कर रहे हैं। सीतारमन ने कहा कि मेजर आदित्य पर एफआईआर के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने आज ही एक आदेश दिया है।
10 फरवरी को हुआ था हमला
गौरतलब है कि 10 फरवरी को भारी हथियारों से लैस जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादी ग्रेनेड फेंकते हुए और स्वचालित हथियारों से गोलीबारी करते हुए सुंजवान स्थित सैन्य शिविर में घुस आए थे। पाकिस्तानी मूल के तीनों आतंकवादी जूनियर कमिशन्ड ऑफिसर के आवासीय क्वार्टर में प्रवेश करने में कामयाब रहे थे, जिन्हें बाद में सुरक्षा बलों ने मार गिराया।