जम्मू में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले में घायल हुईं सैनिक की पत्नी ने शनिवार देर रात मिलिट्री हॉस्पिटल में बच्ची को जन्म दिया। सुंजवां के आर्मी कैम्प में रहने वाले राइफलमैन नजीर अहमद की पत्नी शहजादा खान शनिवार रात क्रॉस फायरिंग में घायल हुई थीं।
आतंकियों के निशाने पर था स्कूल
सूत्रों ने बताया है कि आतंकी पेशावर की तर्ज पर स्कूल को निशाना बनाना चाहते थे। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) की टीम भी रविवार को पहुंच गई। रविवार सुबह से फायरिंग बंद थी लेकिन देर रात धमाके की आवाज सुनी गई। मुठभेड़ खत्म होने के बाद सैनिटाइजेशन ऑपरेशन (सफाई अभियान) जारी था। आतंकियों को स्थानीय सहयोग की भी जांच हो रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इन आतंकियों के 1 साल पहले ही सीमापार से भारत आने की बात भी कही जा रही है। कैंप के भीतर फायर बिग्रेड की चार गाडिय़ों को भी तैनात किया गया है। सेना प्रमुख बिपिन रावत ने भी रविवार को आतंकी छावनी का दौरा किया था।
आतंकियों से रेकी में हुई थी गलती!
माना जा रहा है कि आतंकी शनिवार सुबह स्कूल पर हमले की तैयारी के साथ ही आए थे। लेकिन उनकी दो गलतियों से बड़ा हादसा बच गया। एक तो उन्हें मालूम नहीं था कि महीने के दूसरे शनिवार को केंद्रीय विद्यालय बंद रहते हैं। दूसरा अंदर घुसते संतरी ने उन्हें देख लिया और फायरिंग से सभी अलर्ट हो गए।
शनिवार सुबह हुआ था हमला
गौरतलब है कि शनिवार सुबह 4:50 में तीन से चार आतंकी जम्मू से सटे सुंजवां स्थित सेना की छावनी में घुस गए थे। आतंकी हमले की जांच के लिए घटनास्थल पर पहुंची एनआईए की टीम ने जवानों से आतंकी हमले से जुड़ी जानकारियां हासिल कीं। बताया जा रहा है कि एनआईए हमले की जांच में रोहिंग्या एंगल को काफी गंभीरता से ले रही है। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता के अनुसार शहीद हुए सभी पांच सैनिक जम्मू एवं कश्मीर के थे। लांस नायक मोहम्मद इकबाल के पिता भी मारे गए हैं। हमले में छह महिलाओं और बच्चों सहित 10 अन्य लोग भी घायल हो गए।