18 अप्रैल को होगी मामले की अगली सुनवाई
वहीं राजधानी में गिरते जल स्तर पर चिंता जताते हुए कोर्ट ने कहा कि रेस्तरां में पानी की कितनी बर्बादी होती है सबको पता है। लगातार जल स्तर गिर रहा है। आपका मकसद लाभ कमाना नहीं होना चाहिए। आने वाली पीढ़ी का भविष्य ध्यान में रखना जरूरी है। वहीं केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट को जानकारी देते हुए कहा कि सबकी मीटिंग हुई है। मॉनीटरिंग कमेटी, डीडीए, निगम और दिल्ली सरकार के बीच मीटिंग हुई है। सरकार ने स्पेशल टास्क फोर्स बनाई है। पब्लिक रोड, फुटपाथ, जमीन से अवैध कब्जे तुरंत हटाए जाएंगे। जिसपर कोर्ट ने सहमति जताई। अब इस मामले की अगली सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में 18 अप्रैल को होगी। गौरतलब है कि सीलिंग के मुद्दे ने राजधानी में राजनीतिक मोड़ ले लिया है। कांग्रेस-बीजेपी-आप लगातार इस मुद्दे पर एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं।