इस साल मौसम विभाग के 84 फीसदी उपसंभागों में बेहद कम बारिश दर्ज की गई है। 22 जून तक मानसून में औसतन करीब 39 प्रतिशत कमी दर्ज की गई है। फिलहाल मानसून उत्तर भारत में नहीं पहुंचा है। हालांकि बंगाल की खाड़ी से गुजरात के रास्ते मानसून दस्तक दे चुका है। लेकिन राजधानी दिल्ली में अब तक मानसूनी बारिश देखने को नहीं मिली है।
जहां मानसून पहुंचा वहां भी हुई कम बारिश
मानसून ने अब तक जिन इलाकों में दस्तक दी है वहां भी अब तक बारिश का स्तर सामान्य से काफी कम रहा है। खास तौर पर पूर्वोत्तर के राज्य, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में अब तक बारिश काफी कम दर्ज की गई है।
आपको बता दें कि भारत मौसम विज्ञान विभाग के चार संभाग हैं। इनमें पूर्व एवं उत्तर पूर्व, दक्षिणी प्रायद्वीप, मध्य भारत और उत्तर पश्चिम भारत। पूर्व एवं उत्तर पूर्व संभाग में हीं बिहार, पूर्वोत्तर के राज्य आदि आते हैं।
दक्षिण राज्यों की बात करें तो कर्नाटक के हुबली में भी जमकर बारिश हुई है। वहीं मेंगलौर में लोगों ने लोकनृत्य के जरिये बारिश का स्वागत किया है। जबकि पूर्वोतर भारत में असम के तामुलपुर में भारी बारिश से लोग परेशान हो गए हैं। यहां के सड़कों पर पानी भर गया, जिसके बाद लोगों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश की बात करें तो अब तक पूर्वी यूपी में मानसून की हलचल देखने को मिली है।सोमवार को वाराणसी, बहराइच, सुल्तानपुर में अच्छी बारिश हुई। जिसके बाद लोगों ने राहत की सांस ली।
मानसून ने इस बार धीमी शुरुआत की थी और एक सप्ताह की देरी से केरल में दस्तक दी थी। लेकिन अब लगता है कि मानसून की गति में कुछ इजाफा हुआ है। पिछले चार दिन में मानसून ने देश के 10 राज्यों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है।
सोमवार को उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में बारिश हुई। वहीं दिल्ली के उत्तरी पूर्वी इलाके और नोएडा के कुछ इलाको में भी बारिश होने से लोगों को चिलचिलाती गर्मी से थोड़ी राहत मिली।
मौसम विभाग के मुताबिक पहाड़ी इलाकों खास तौर पर उत्तराखंड में इस हफ्ते अच्छी बारिश के आसार हैं। नैनीताल में तो भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। यहां ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।