अमरीका और चीन में बढ़ते टकराव के बीच रॉबर्ट ओब्रायन ने कहा ने आरोप लगाया कि चीन राष्ट्रपति चुनाव में दखल देने की कोशिश कर रहा है। ओब्रायन ने कहा कि चीन अमरीकी चुनाव को प्रभावित करने के लिए एक व्यापक प्रोग्राम बनाया है। इतना ही नहीं, ओब्रायन ने कहा कि न सिर्फ चीन बल्कि ईरान और रूस भी चुनाव को प्रभावित करने की फिराक में हैं।
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अमरीकी एनएसए ओब्रायन ने शुक्रवार को पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि खुफिया समिति को स्पष्ट जानकारी मिली है और समिति ने पूरी तरह से इसकी पुष्टि की है कि चीन ने अमरीकी चुनाव को प्रभावित करने के लिए व्यापक प्रोग्राम बना रखा है। चीन के साथ ही ईरान और रूस भी हमारे देश के चुनाव को प्रभावित करने के प्रयास कर रहे हैं। बता दें कि 2016 में हुए अमरीकी चुनाव को प्रभावित करने का आरोप रूस पर पहले ही लग चुका है।
साइबर गतिविधियों को अंजाम दे रहा है चीन: ओब्रायन
ओब्रायन ने आगे कहा कि चीन अमरीका को निशाना बनाने के लिए बड़े पैमाने पर साइबर गतिविधियों को अंजाम दे रहा है। हालांकि वाशिंगटन मजबूती के साथ चीनी हमलों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। उम्मीद है कि बहुत जल्द ही चीनी हमलों से विजय पा लिया जाएगा।
बता दें कि इससे पहले बीते महीने अगस्त में ही अमरीकी नेशनल काउंटर इंटेलिजेंस एंड सिक्युरिटी सेंटर के निदेशक विलियम इवेनिन ने सार्वजनिक चेतावनी जारी करते हुए ये दावा किया था कि रूस, चीन और ईरान अमरीका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने की योजना बना रहे हैं।
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मालूम हो कि अमरीका और चीन के बीच लगातार टकराव की स्थिति बढ़ती ही जा रही है। कोरोनावायरस, साउथ चाइना सी, हांगकांग, उइगुर मुस्लिम और ताइवान समेत कई मामलों को लेकर चीन-अमरीका में टकराव काफी बढ़ गया है। दोनों देशों ने एक-दूसरे के खिलाफ एक्शन भी लेना शुरू कर दिया है। अभी हाल ही में अमरीका ने बड़ा एक्शन लेते हुए टेक्सास स्थित चीनी दूतावास को बंद करने का आदेश दिया तो वहीं चीन ने भी चेंगदू स्थित अमरीकी दूतावास को बंद करने का आदेश दिया।