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78 देशों के आंकड़ों का अध्ययन
बता दें कि माइकल लेविट को साल 2013 में रसायन के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार मिला था। एक अंग्रेजी अखबार को दिए गए इंटरव्यू में उन्होंने कोरोना ( Coronavirus Epidemic ) के बारे में कहा है। उन्होंने कहा, हमें कोरोना वायरस को नियंत्रित करने की जरूरत है, लेकिन अब हालात सामान्य होते जा रहे है। उन्होंने कहा, फिलहाल मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है लेकिन, जल्द ही इसमें सुधार होगा और दुनिया से कोरोना के संकट के बादल हटेंगे। 78 देशों के आंकड़ों का अध्ययन करने के बाद उन्होंने इस बात का इशारा किया कई जगह लोग ठीक हो रहे है। लेविट के मुताबिक सोशल डिस्टेंसिंग ( Social Distancing ) भी इस महामारी के खात्मे का एक कारण है।
आंकड़ों की रफ्तार टूटी
माइकल लेविट का कहना है कि भले ही आंकड़े डराने वाले है, लेकिन इसकी रफ्तार कम हो गई है। उनका मानना है कि टेस्टिंग की वजह से आंकड़े अस्तव्यस्त है। हालांकि, इस अधूरी संख्या में भी लगातार गिरावट आ रही है। लेविट की बातें इसलिए भी अहम हो जाती है क्योंकि उन्होंने ही सबसे पहले चीन को लेकर भविष्यवाणी की थी। उन्होंने जनवरी में कहा था कि चीन में कोरोना वायरस की वजह से भारी तबाही होगी। इसको लेकर अन्य हेल्थ एक्सपर्ट्स ने भी अनुमान जताया था लेकिन, लेविट का आकलन सही साबित हुआ।
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बता दें कि लेविट ने लिखा था, अगले हफ्ते चीन में कम लोगों की मौत होगी। उनकी यह बात सही साबित हुई थी और चीन में रोजाना मृतकों की संख्या कम होती गई। उन्होंने चीन में होने वाली मौतों को लेकर भी बोला था। उन्होंने कहा था, चीन में कोरोना वायरस से 80 हजार लोग संक्रमित होंगे और 3250 लोगों की मौत हो सकती है। जबकि अन्य एक्सपर्ट्स ने इनकी संख्या लाखों में बताई थी।