वाइट हाउस ने नहीं दी है अबतक कोई टिप्पणी
ऑस्ट्रेलियाई नेशनल यूनिवर्सिटी के विद्वान की जांच के पता चला है कि रोन वारा नामक यह आदमी एक गढ़ा हुआ आदमी है, जबकि रोन वारा के अंग्रेजी नाम के क्रम को बदलने पर यह नाम नवारो बन गया। इस किताब पर वाइट हाउस से अब तक कोई टिप्पणी नहीं की है। नवारो ने अपने बयान में इस तथ्य को स्वीकार किया और कहा कि यह उनका पेन नाम है।
चीन के खिलाफ बयानबाजी करते रहते हैं नवारो
आपको बता दें कि लंबे अरसे से नवारो चीन के खिलाफ बयानबाजी करते हैं और अकसर चीनी चेतावनी का प्रसार करते हैं। उन्होंने अमरीका द्वारा टैरिफ बढ़ाने का समर्थन किया और कहा कि चीन ने अमरीकी विनिर्माण उद्योग को भारी नुकसान पहुंचाया है। अमरीकी एनपीआर, सीएनएन और न्यूयार्क टाइम्स आदि मीडिया संस्थाओं ने नवारो की इस काल्पनिक घटना की रिपोर्टे दीं।