उड़ान भरने के बाद भदौरिया ने कहा कि रफाल के आने से देश की ताकत गई गुना बढ़ जाएगी। यह दुश्मन के लिए तनाव स्थिति होगी। देश में सुखोई-30 विमान और रफाल की जोड़ी सीमाओं की सुरक्षा के लिए अहम योगदान देगी।
रफाल में उड़ान के अनुभव को साझा करते हुए उन्होंने कहा कि यह सुखद अनुभव था। यहां पर उन्हें काफी कुछ सीखने को मिला है। भदौरिया ने कहा कि रफाल के वायुसेना में शामिल होने के बाद इसका शानदार उपयोग किया जा सकेगा। सुखोई-30 के साथ इसका तालमेल बैठाने का प्रयास किया जाएगा।
वाइस एयर चीफ मार्शल ने कहा कि रफाल के वायुसेना में शामिल होने के बाद सीमा पर मुस्तैदी अधिक बढ़ जाएगी। इसकी मदद से भारत अपनी सीमा से पाकिस्तान में चल रहे आतंकी ठिकानों को बर्बाद करने की क्षमता रखता है। सुखोई और राफेल विमान एक साथ ऑपरेट होना शुरू हो जाए तो फिर पाकिस्तान दोबारा अपनी नापाक हरकत नहीं कर पाएगा। रफाल विमान हमारी वायुसेना के लिए गेमचेंजर साबित होगा।
गौरतलब है कि अप्रैल 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि भारत फ्रांस से 36 रफाल विमान खरीदेगा। भारत और फ्रांस के बीच 23 सितंबर 2016 को 36 रफाल विमान खरीदने पर समझौता हुआ था।