भोपाल से मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आने वाले समय में चंबल विकास का मुख्य केंद्र होगा। केंद्र और राÓय सरकार मिलकर यहां विकास के नए आयाम स्थापित करेंगे। चंबल अटल प्रोग्रेस वे के साथ 108 करोड़ का फ्लाईओवर, आधुनिक कलेक्ट्रेट भवन के बाद अब चंबल वाटर प्रोजेक्ट का शिलान्यास मुरैना के लिए बड़ी सौगात है। इससे मुरैना को 135 लीटर प्रति व्यक्ति पानी दिया जाएगा। इसके बाद बचे पानी के अन्य निकायों को भी दिया जा सकता है। इसके पहले केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि 2017 में हमने वाइल्ड लाइफ बोर्ड से एनओसी दिलवा दी थी, लेकिन बाद में मप्र में कांग्रेस की सरकार बन जाने से यह परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई। फिर से भाजपा की सरकार बनी तो इस पर तेजी से काम हुआ और इसे सोमवार को राÓय शासन से प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी दे दी।
तीन साल में पूरी होगी परियोजना चंबल वाटर प्रोजेक्ट का काम तीन साल में पूरा होगा। नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिह ने यह जानकारी दी। वहीं तोमर ने बताया कि 287.57 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट में 506 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। 12 नए ओवरहेड टैंक बनाए जाएंगे। इनमें पानी स्टोर किया जाएगा और आपूर्ति की जाएगी। इससे 24 घंटे शुद्ध और स्व’छ पेयजल उपलब्ध होगा। चंबल नदी पर 140 एमएलडी का इंटेकवेल बनाया जाएगा। 64 एमएलडी जल शोधन संयत्र लगाया जाएगा।
वाजपेयी की लगेगी सबसे ऊंची प्रतिमा केंद्रीय मंत्री तोमर ने पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की अंचल में सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि 8000 करोड़ रुपए का चंबल एक्सप्रेस वे उनके नाम पर बन रहा है और यहां उनकी एक प्रतिमा न हो यह ठीक नहीं।