script8 साल में 98 करोड़ से 288 करोड़ तक पहुंची चंबल वाटर प्रोजेक्ट की लागत, अब तीन साल में बनेगा | Chambal, water project, 98 crores to 288 crores, 8 years, three years, | Patrika News
मोरेना

8 साल में 98 करोड़ से 288 करोड़ तक पहुंची चंबल वाटर प्रोजेक्ट की लागत, अब तीन साल में बनेगा

287.57 करोड़ रुपए के चंबल वाटर प्रोजेक्ट का शिलान्यास, 506 किमी में बिछेगी पाइप लाइन

मोरेनाSep 29, 2020 / 11:14 pm

rishi jaiswal

8 साल में 98 करोड़ से 288 करोड़ तक पहुंची चंबल वाटर प्रोजेक्ट की लागत, अब तीन साल में बनेगा

8 साल में 98 करोड़ से 288 करोड़ तक पहुंची चंबल वाटर प्रोजेक्ट की लागत, अब तीन साल में बनेगा

मुरैना. नगर निगम क्षेत्र के तीन लाख लोगों को चंबल से स्व’छ व शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की परियोजना का मंगलवार को केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शिलान्यास किया। बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल से वर्चुअल शामिल हुए। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह भी मुख्यमंत्री के साथ रहे। रेस्ट हाउस परिसर में आयोजित शिलान्यास समारोह में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, मप्र शासन के कृषि राÓयमंत्री गिर्राज दंडोतिया, पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह, मुंशीलाल, पूर्व विधायक रघुराज सिंह कंषाना, भाजपा जिलाध्यक्ष योगेशपाल गुप्ता, आयुक्त चंबल आरके मिश्रा, कलेक्टर अनुराग वर्मा मौजूद रहे।
भोपाल से मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आने वाले समय में चंबल विकास का मुख्य केंद्र होगा। केंद्र और राÓय सरकार मिलकर यहां विकास के नए आयाम स्थापित करेंगे। चंबल अटल प्रोग्रेस वे के साथ 108 करोड़ का फ्लाईओवर, आधुनिक कलेक्ट्रेट भवन के बाद अब चंबल वाटर प्रोजेक्ट का शिलान्यास मुरैना के लिए बड़ी सौगात है। इससे मुरैना को 135 लीटर प्रति व्यक्ति पानी दिया जाएगा। इसके बाद बचे पानी के अन्य निकायों को भी दिया जा सकता है। इसके पहले केंद्रीय मंत्री तोमर ने कहा कि 2017 में हमने वाइल्ड लाइफ बोर्ड से एनओसी दिलवा दी थी, लेकिन बाद में मप्र में कांग्रेस की सरकार बन जाने से यह परियोजना ठंडे बस्ते में चली गई। फिर से भाजपा की सरकार बनी तो इस पर तेजी से काम हुआ और इसे सोमवार को राÓय शासन से प्राथमिकता के आधार पर मंजूरी दे दी।
तीन साल में पूरी होगी परियोजना

चंबल वाटर प्रोजेक्ट का काम तीन साल में पूरा होगा। नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिह ने यह जानकारी दी। वहीं तोमर ने बताया कि 287.57 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट में 506 किमी लंबी पाइप लाइन बिछाई जाएगी। 12 नए ओवरहेड टैंक बनाए जाएंगे। इनमें पानी स्टोर किया जाएगा और आपूर्ति की जाएगी। इससे 24 घंटे शुद्ध और स्व’छ पेयजल उपलब्ध होगा। चंबल नदी पर 140 एमएलडी का इंटेकवेल बनाया जाएगा। 64 एमएलडी जल शोधन संयत्र लगाया जाएगा।
वाजपेयी की लगेगी सबसे ऊंची प्रतिमा

केंद्रीय मंत्री तोमर ने पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की अंचल में सबसे ऊंची प्रतिमा स्थापित करने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि 8000 करोड़ रुपए का चंबल एक्सप्रेस वे उनके नाम पर बन रहा है और यहां उनकी एक प्रतिमा न हो यह ठीक नहीं।

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