जिला अस्पताल में 12 सेमी वीआइपी वार्ड के निर्माण होने पर आइसीयू का लोढ कम हो जाएगा। वर्तमान में स्थिति यह है कि अपने आपको वीआइवी श्रेणी में समझते हैं, उनको मरीज को बुखार भी आता है तो सिफारिश लगाकर आइसीयू में भर्ती करवा देते हैं। ऐसे लोगों के लिए से अस्पताल प्रबंधन और स्वयं मरीज को सेमी वीआइपी वार्ड बनने से राहत मिलेगी।