…तो सोनिया को बना दो पीसीसी अध्यक्ष
गुप्ता ने कहा कि प्रदेश की जनता की कांग्रेस सरकार को चिंता नहीं है। चिंता है तो प्रदेश अध्यक्ष की। कोई सिंधिया को अध्यक्ष बनवाना चाहता है तो कोई दिग्विजय सिंह को। किसी को भी अध्यक्ष बनाओ पर जनता की तो सुनो। यदि कोई नहीं मिल रहा है तो सोनिया को ही अध्यक्ष बना दो। हमने पूरे नौ माह दिए सरकार को, लेकिन जब जनता परेशान होने लगी तो सडक़ों पर आना पड़ा।
ननि से रैली निकालकर पहुंचे कलेक्ट्रेट
भाजपा कार्यकर्ता तय कार्यक्रम के तहत ननि कार्यालय परिसर में एकत्र हुए और 12 बजे के बाद कलेक्ट्रेट के लिए रवाना हुए। हालांकि मुख्य अतिथि गुप्ता का यहीं इंतजार किया जा रहा था, लेकिन वे नहीं पहुंच पाए तो रैली रवाना की गई। इस दौरान कार्यकर्ताओं ने रास्ते में सडक़ पर बैठकर भी प्रदर्शन किया। भाजपा ने मप्र सरकार के खिलाफ वादाखिलाफी, भ्रष्टाचार, लोकहित की योजनाएं बंद करने और बदहाल कानून व्यवस्था के आरोप लगाए। कलेक्ट्रेट पर सुरक्षा कारणों से एएसपी सहित पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात था।
यह रहे शामिल
आंदोलन में प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री रुस्तम सिंह, मुंशीलाल, महापौर अशोक अर्गल, पूर्व मंत्री जिला उपाध्यक्ष उदयवीर सिकरवार, योगेशपाल गुप्ता, पूर्व जिलाध्यक्ष नागेंद्र तिवारी, जया चतुर्वेदी, महिला मोर्चा अध्यक्ष कंचन चौहान, डॉ मनु शर्मा, प्रेमकांत शर्मा, बृजकिशोर डंडोतिया, मधु डंडोतिया, किसान मोर्चा अध्यक्ष राजेश शर्मा, युवा मोर्चाअध्यक्ष मयंक शर्मा, संजय शर्मा, केशव तोमर आदि शामिल रहे।
कार्यकर्ताओं पर भडक़े जिलाध्यक्ष
आंदोलन के दौरान भाजपा जिलाध्यक्ष केदार सिंह यादव कार्यकर्ताओं पर नाराज हो गए। बताया गया है कि मुख्य अतिथि को ननि से ही रैली में शामिल होना था, लेकिन कार्यकर्ता रैली लेकर रवाना हो गए। जबकि अध्यक्ष मुख्य अतिथि का इंतजार करते रहे। बाद में बीच रास्ते में रैली रोककर अध्यक्ष ने नाराजी जाहिर की।