जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर सोमवार को सुबह करीब 10.30 बजे जिला अस्पताल में स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन करने पहुंचे। इसी दौरान पोरसा थाने के धनेटा गांव के एक परिवार के 17-18 लोग अस्पताल के प्रवेश द्वार पर धरना देकर बैठ गए। इसी बीच राजवीर खटीक नाम का युवक बेहोश हो गया। सुबह 11 बजे जैसे ही केंद्रीय मंत्री तोमर का काफिला रवाना होने लगा तो धरना दे रहे परिवार ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी।
उनका आरोप था कि राजवीर खटीक की 19 साल की नवविवाहिता बेटी ससुराल से पहली बार मायके आई तो गांव का गोलू पुत्र राकेश तोमर उसका अपहरण करके ले गया. 10 मई को इस घटना के बाद भी पुलिस इस मामले में सुनवाई नहीं कर रही है। केंद्रीय मंत्री की सुरक्षा में तैनात पुलिस प्रदर्शनकारियों को हटाने की कोशिश करने लगी लेकिन परिवार के सदस्य यहां से टस से मस नहीं हुए. वे और जोर से नारेबाजी करने लगे. तब केंद्रीय मंत्री तोमर ने खुद परिवार की बात सुनी. बेटी के अपहरण के आरोप की गंभीरता समझकर केंद्रीय मंत्री तोमर ने पीड़ित परिवार को उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया। एसपी ने भी बताया कि आरोपियों की लोकेशन मिल गई है। जल्द ही उन्हें ढूंढकर ले आएंगे। इसके बाद ही परिजन यहां से हटे और केंद्रीय मंत्री रवाना हो सके.