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मुंबई

Maharashtra Political Crisis: महा विकास अघाड़ी सरकार को बड़ा झटका, शिंदे खेमे में शामिल होंगे उद्धव के 8वें मंत्री

महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी सरकार को एक और झटका देते हुए शिवसेना के एक मंत्री शिंदे गुट में शामिल होने के लिए गुवाहाटी रवाना हो गए हैं।

मुंबईJun 26, 2022 / 04:16 pm

Dinesh Dubey

Uddhav Thackeray Sharad Pawar

MLC चुनाव के बाद अब उपचुनाव में भी उद्धव गुट को नहीं मिला मौका

Maharashtra Political Crisis Update: महाराष्ट्र में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच महा विकास अघाड़ी (MVA) सरकार को एक और झटका लगा है. खबर है कि शिवसेना के एक मंत्री शिंदे गुट में शामिल होने के लिए गुवाहाटी रवाना हो गए हैं। वह शिंदे खेमे में शामिल होने वाले 8वें मंत्री हैं।
सूत्रों के मुताबिक, शिंदे के राज्य से चले जाने के बाद से महाराष्ट्र के उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री उदय सावंत शिवसेना के कार्यकर्ताओं को संगठित करने में सबसे आगे थे। सूत्रों ने यह भी दावा किया कि सावंत के दो दिन पहले शिंदे खेमे में शामिल होने की उम्मीद थी, लेकिन इसमें देरी हुई और वो अब बागी गुट में शामिल होने के लिए गुवाहाटी के रैडिसन ब्लू होटल रवाना हुए है।
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उल्लेखनीय है की पार्टी से असंतुष्ट विधायक अब भी शिवसेना का हिस्सा होने का दावा कर रहे है और पार्टी का एक अलग ब्लॉक बनाने की तैयारी में है। रैडिसन ब्लू होटल में शिवसेना के दिग्गज नेता एकनाथ शिंदे कम से कम 40 बागी विधायकों के साथ डेरा डाले हुए हैं। शिंदे ने शिवसेना के दो-तिहाई से अधिक विधायकों का समर्थन होने का दावा किया है।
इस बीच, महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वाले शिवसेना के 15 बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने ‘वाई प्लस’ श्रेणी की सुरक्षा दी है। जिसमें प्रकाश सुर्वे, सदानंद सर्वाकर, योगेश दादा कदम, प्रताप सरनाइक, रमेश बोनार्रे, मंगेश कुदलकर, संजय शिरसत, लताबाई सोनवणे, यामिनी जाधव, प्रदीप जायसवाल, संजय राठौड़, दादाजी भूसे, दिलीप लांडे, बालाजी कल्याणर और संदीपन भुमरे शामिल हैं।
केंद्र ने यह फैसला तब लिया जब शिंदे द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखकर यह आरोप लगाया गया कि शिवसेना के बागी विधायकों के परिवार के सदस्यों को प्रदान की गई सुरक्षा वापस राजनीतिक प्रतिशोध की वजह से वापस ले ली गई है। हालाँकि महाराष्ट्र सरकार ने इन आरोपों को ख़ारिज कर दिया है।
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