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IITB: आईआईटी बॉम्बे की क्लासेस में गाय और बैल ?

आईआईटी बॉम्बे ( IIT Bombay ) की क्लासेस ( Classes ) में गाय ( Cow ) और बैल ( Bulls ), लावारिश मवेशियों ( Unclaimed Cattle ) से तंग आया आईआईटी प्रशासन ( Administration ), समस्या के हल के लिए समिति ( Committee ) से की गई सिफारिश ( Recommendation ), प्रोफेसरों ( Professors ) ने जताई छात्रों की सुरक्षा की चिंता ( Safety Concerns )

मुंबईNov 02, 2019 / 02:07 pm

Rohit Tiwari

IITB: आईआईटी बॉम्बे की क्लासेस में गाय और बैल ?

मुंबई. मुंबई में उच्च शिक्षा देने वाली पवई स्थित आईआईटी बॉम्बे में खुले जानवरों का कोई पुरसाहाल नहीं है। स्थिति ऐसी है कि जब कभी क्लास में गाय पहुंच जाती है तो कभी-कभी छात्रों को उनके क्लासेस में बैल के भी दर्शन हो जाते हैं। लगातार हो रही इन घटनाओं से आईआईटी प्रशासन तंग आ चुका है। वहीं अब इन छुट्टा मवेशियों की समस्याओं को हल करने के लिए परिसर में एक मवेशी शेड बनाने की सिफारिश समिति के पास की गई है। दिन-प्रतिदिन आईआईटी परिसर में मवेशियों के इजाफा हो रहा है। अभी कुछ दिनों पहले ही एक घटना में एक युवक एक बैल की चपेट में आ गया था। उसके बाद एक छुट्टा गाय सीधे कक्षा में चली गई थी। वहीं एक बार फिर एक बैल कमरे में प्रवेश कर गया था। इन घटनाओं के मद्देनजर आईआईटी के प्रोफेसरों ने छात्रों की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है।
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आठ नंबर छात्रावास के पीछे खुली जगह का उपयोग…
उल्लेखनीय है कि इन बढ़ती शिकायतों के मद्देनजर प्रशासन ने कॉम्प्लेक्स में लावारिश और छुट्टा मवेशियों के प्रबंधन की व्यवस्था की है। वहीं विद्यार्थी कल्याण विभागा के प्रा. तपनेंदू कुंडू की अध्यक्षता में प्रोफेसरों की एक समिति स्थापित की गई, जिसके बाद समिति ने कई बैठकें कीं। बैठक ने यह विचार व्यक्त किया कि अधिकांश निवासियों ने महसूस किया कि संगठन की गायों को बाहर नहीं जाने देना चाहिए। इसलिए समिति परिसर में ही गायों को संभालने के लिए तैयार है। इसके लिए समिति ने आठ नंबर छात्रावास के पीछे खाली जगह के आरक्षण की सलाह दी है।
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जीपीएस ट्रैकर स्थापित…
– गायों की निगरानी के लिए गायों पर जीपीएस ट्रैकर लगाया जाएगा, जिससे सुरक्षा गार्ड और सार्वजनिक स्वास्थ्य कर्मियों को पता चल सकेगा कि वे कहां हैं।
– कुछ लोगों को गायों की देखभाल के लिए नियुक्त किया जाएगा।
– लोगों की सुरक्षा के लिए काम करने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं को नियुक्त करने का भी सुझाव दिया गया है।
– गायों को उनका सही स्थान दिलाने के लिए गौशाला स्थापित करने का भी निर्देश दिया गया है।
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