प्रकाश अंबेडकर ने कहा, “मैं अपना मालिक खुद हूं, मैं किसी का गुलाम नहीं हूं, अगर मैं बीजेपी के साथ जाना चाहता हूं, तो मुझे कौन रोकने वाला है, राज्य में किस नेता में इतनी साहस है, मैंने शिवसेना के साथ गठबंधन किया, बाकि मुझे किसी से कुछ लेना-देना नहीं है, आने वाले समय में यह पता चल जायेगा कि शिवसेना (उद्धव गुट) के साथ हमारा गठबंधन कैसे आगे बढ़ता है।”
एनसीपी प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के सीट बंटवारे वाले बयान पर प्रकाश अंबेडकर ने पलटवार किया है। शरद पवार ने कहा था कि वंचित बहुजन आघाडी या प्रकाश अंबेडकर की ओर से उन्हें कोई प्रस्ताव नहीं आया था। इसके अलावा प्रकाश अंबेडकर ने बीजेपी के साथ जाने की शर्त भी साफ-साफ बता दी है। उन्होंने कहा है कि अगर बीजेपी और मोहन भागवत (आरएसएस प्रमुख) मनुस्मृति का दहन करेंगे तो ही वह बीजेपी के साथ जाएंगे।
प्रकाश अंबेडकर ने कहा है कि पुणे की कसबा और चिंचवड उपचुनाव को लेकर शिवसेना और महाविकास अघाडी ने अभी तक अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है, उनकी स्थिति के बाद हम अपनी योजना की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी और आरएसएस को हल्के में न लें। प्रकाश अंबेडकर ने दावा किया है कि चुनावी सर्वे जल्दबाजी में आया है, अब ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल कर राज्य में सत्ता बरकरार रखने की बीजेपी कोशिश करेगी।
बता दें कि वीबीए प्रमुख प्रकाश अंबेडकर (Prakash Ambedkar) ने कुछ दिन पहले आरोप लगाया था कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) प्रमुख शरद पवार बीजेपी के साथ मिले हुए हैं। इस दावे से एमवीए में भूचाल मच गया है। हालांकि उद्धव गुट ने अंबेडकर के आरोप को ख़ारिज करते हुए विवाद पर सफाई पेश की थी।
एनसीपी ने अंबेडकर के बयान की निंदा की थी, जबकि कांग्रेस ने वीबीए को केवल शिवसेना (उद्धव गुट) का साथी बताया था। दूसरी ओर, शिवसेना उद्धव गुट (यूबीटी) ने दावा किया कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने वीबीए के साथ गठबंधन को मंजूरी दे दी है।