script‘अमित शाह नहीं PM मोदी करें मध्यस्थता’, महाराष्ट्र-कर्नाटक विवाद पर बीजेपी सांसद उदयनराजे भोसले का बड़ा बयान | Maharashtra-Karnataka dispute BJP MP Udayanraje Bhosale says not Amit Shah PM Modi should mediate | Patrika News
मुंबई

‘अमित शाह नहीं PM मोदी करें मध्यस्थता’, महाराष्ट्र-कर्नाटक विवाद पर बीजेपी सांसद उदयनराजे भोसले का बड़ा बयान

Maharashtra-Karnataka Border Dispute News: छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज भोसले ने आगे कहा कि उस समय यह तय किया गया था कि भाषा के मुताबिक प्रदेश बनाया जायेगा. लेकिन ऐसा हुआ नहीं? यह कॉमनसेन्स है।

मुंबईDec 15, 2022 / 06:15 pm

Dinesh Dubey

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महाराष्ट्र-कर्नाटक विवाद पर अमित शाह ने की बैठक

Udayanraje Bhosale on Maharashtra-Karnataka Border Dispute: महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हस्तक्षेप करते हुए बुधवार को नई दिल्ली में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के साथ चर्चा की। हालांकि, अमित शाह की मध्यस्थता की कोशिश से बीजेपी सांसद उदयनराजे भोसले संतुष्ट नहीं हुए हैं।
सतारा में मीडिया से बातचीत करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि इस तरह की चर्चा या मध्यस्थता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को करनी आवश्यक है। उन्हें उन राज्यों के प्रमुख राजनीतिक नेताओं और संगठनों के प्रतिनिधियों को आमंत्रित करना चाहिए और उनकी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, ऐसे तो सिर्फ राजनीती हो सकती हैं और जनता निराश होगी।
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बीजेपी के राज्यसभा सदस्य उदयनराजे भोसले ने अपनी राय रखते हुए खुद की पार्टी पर सवाल खड़े कर दिए है, जिससे सूबे के राजनीतिक गलियारों में अटकलें तेज हो गयी हैं। उन्होंने कहा कि उम्मीद थी कि भाषा के हिसाब से क्षेत्रीयकरण होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। सीमा विवाद पर एक महाजन समिति का गठन किया गया।
उदयनराजे ने कहा “वह यह काम नहीं कर सके। उनके पास ताकत नहीं थी या इच्छा शक्ति नहीं थी। आपकी राजनीति की वजह से सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों की प्रगति अवरूद्ध हो रही है। इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को मध्यस्थता करना आवश्यक था।“
छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज भोसले ने आगे कहा कि उस समय यह तय किया गया था कि भाषा के मुताबिक प्रदेश बनाया जायेगा. लेकिन ऐसा हुआ नहीं? यह कॉमनसेन्स है। पता नहीं ये लोग कॉमनसेन्स को अनकॉमन क्यों कहते समझ नहीं हैं। जिस महाजन नाम के व्यक्ति की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया, वे सफल नहीं हुए। या उनके पास अधिकार नहीं था, बौद्धिक क्षमता नहीं था या फिर इच्छाशक्ति नहीं थी।

उदयनराजे भोसले ने उठाये कई सवाल

उदयनराजे ने कहा है कि केंद्र में प्रमुख प्रधानमंत्री होता है। इसलिए प्रधानमंत्री को प्रमुख राजनीतिक लोगों, पार्टियों और संगठनों को आमंत्रित कर बताना चाहिए। आपकी राजनीति में जनता परेशान हो रही है। सीमा पर रहने वाली जनता का विकास अवरूद्ध हो रहा है? चाहे वे लोग महाराष्ट्र के हों या कर्नाटक के हो। उनकी क्या गलती है? आप मानवता के बारे में सोचेंगे या नहीं, या इंसानियत ही समाप्त हो गई है।
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