म्हाडा अध्यक्ष सामंत ने बताया कि प्राधिकरण की बैठक में कई अहम फैसले भी लिए गए हैं, जिन पर जल्द ही अमल किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगली लॉटरी में पुणे, नासिक, औरंगाबाद, कोकण, अमरावती, नागपुर में लोगों को घर दिए जाएंगे। इस दौरान सामंत के साथ कोकण बोर्ड के अध्यक्ष बालासाहेब पाटील और मुंबई बोर्ड के अध्यक्ष मधु चव्हाण भी उपस्थित थे।
मुंबई में बन रहे कम घर
महानगर में म्हाडा कम घर बना रही है, दूसरी तरफ आवेदकों की संख्या तेजी से बढ़ी है। 2018 में 1,384 घरों के लिए निकाली गई लॉटरी में 1.97 लोगों ने आवेदन जमा किया था। इसी साल दो जून को निकाली गई 217 घरों की लॉटरी में 70 हजार से ज्यादा लोगों ने पंजीकरण कराया था।
10 साल में बने सिर्फ 14,155 घर
2010 में 3,157 घरों की लॉटरी निकाली गई जबकि 2011 में 3,789 घरों की लॉटरी निकली। 2012 में 841 घर, 2013 में 1,201, 2014 में 793 घर, 2015 में 1,014 घर, 2016 में 957 घर और 2017 में 803 घरों के लिए लॉटरी निकाली गई थी। इस तरह से देखें तो पता चलता है कि बीते 10 साल के दौरान म्हाडा की ओर से मुंबईकरों को केवल 14,155 घर मुहैया कराए गए।