scriptमुंबई में पांचवीं बार बढ़ें CNG-PNG के दाम, सड़क से लेकर किचन तक आम आदमी पर ऐसे पड़ेगा असर | Mumbai CNG and PNG price hiked for fifth time this year common man expenditure will increase | Patrika News

मुंबई में पांचवीं बार बढ़ें CNG-PNG के दाम, सड़क से लेकर किचन तक आम आदमी पर ऐसे पड़ेगा असर

locationमुंबईPublished: Aug 03, 2022 02:49:06 pm

Submitted by:

Dinesh Dubey

Mumbai CNG and PNG Price Hiked: मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 106.31 रुपये और एक लीटर डीजल 94.27 रुपये में मिल रहा है। गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाली सीएनजी की कीमत पेट्रोल और डीजल की तुलना में कम है। इस वजह से लोग सीएनजी गैस का उपयोग कर इधन के खर्च को कम कर रहे थे, जो कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है।

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मुंबईकरों को लगा महंगाई का बड़ा झटका

Mumbai CNG And PNG New Price: मुंबई के लोगों को आज आधी रात से महंगाई का डबल झटका लगा है। शहर में सीएनजी और पीएनजी की कीमतों में इस साल पांचवीं बार इजाफा हुआ है। जिसके बाद मुंबई में बुधवार (3 अगस्त) से सीएनजी 86 रुपये प्रति किलो और पीएनजी 52.50 रुपये प्रति किलो के दाम पर बिक रहा है।
मुंबई में इससे पहले सीएनजी 80 रुपये प्रति किलो और पीएनजी 48.50 रुपये प्रति यूनिट पर उपलब्ध था। हालांकि, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (Mumbai Metropolitan Region) में सीएनजी की कीमतों में 6 रुपये प्रति किलो और पाइप वाली रसोई गैस यानी (पीएनजी) की कीमतों में 4 रुपये प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई। नतीजतन, मुंबई में उपलब्ध सीएनजी और पीएनजी की दरों में आज से वृद्धि हो गई है।
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वहीँ, मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 106.31 रुपये और एक लीटर डीजल 94.27 रुपये में मिल रहा है। गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाली सीएनजी की कीमत पेट्रोल और डीजल की तुलना में कम है। इस वजह से लोग सीएनजी गैस का उपयोग कर इधन के खर्च को कम कर रहे थे, जो कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल है।
रसोई गैस (पाइप) की कीमत के रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने से मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर) में 19 लाख से अधिक परिवार प्रभावित होंगे। सीएनजी और पीएनजी की नई कीमतें मध्यरात्रि से प्रभावी हो गई है।
सीएनजी की कीमत बढ़ने से शहर के सार्वजनिक परिवहन पर प्रभाव पड़ेगा और इसके परिणामस्वरूप सीएनजी कारों और टैक्सियों के अलावा सीएनजी पर निर्भर स्कूल बसों और कैब के किराये बढ़ सकते है। शहर में अभी आठ हजार स्कूल बसें हैं, जिनमें से अधिकांश सीएनजी पर चलती हैं।
ऑटो रिक्शा और टैक्सी यूनियनों ने इस इजाफे पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि वे तत्काल राहत के लिए राज्य सरकार से संपर्क करेंगे और सब्सिडी देने की मांग करेंगे। टैक्सी यूनियन पहले से ही डेढ़ किलोमीटर के लिए न्यूनतम किराया 25 रुपये से बढ़ाकर 35 रुपये करने की मांग करते हुए हड़ताल पर जाने की बात कह चुके है।
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