पिछले वर्ष नवम्बर-दिसम्बर में भारी बारिश ने लाल प्याज को गंभीर नुकसान पहुंचाया था, ऐसे में लाल प्याज का उत्पादन बहुत कम हुआ। दीवाली के आसपास किसानों ने कई बार ग्रीष्म ऋतु प्याज के बीज लगाए, लेकिन भारी बारिश से सब बह गए। इसके बाद, किसानों ने फरवरी माह में काफी देरी से फसल की बुवाई की। तब गर्मी सीजन अप्रैल में प्याज काटने के लिये तैयार हुआ। वहीं दूसरी ओर, ठीक इसी माह में नासिक जिले की कई तहसीलों में बेमौसम बरसात होने से कितने ही किसानों की फसल दोबारा से खराब हो गई, जैसे-तैसे बचा कर कुछ प्याज का भंडार किया जो अब सडऩे शुरू हो गए हैं। आगामी दिवाली तक प्याज को टिकाए रखना मुश्किल हो रहा है। देवला तहसील के विडेवाडी,भऊर गांव के उत्पादक बहुत परेशान है। इसी गांव के किसान बाबुराव पांडुरंग पवार ने सडऩे के कारण स्टोर भंडारण से सभी प्याज को निकालकर फेंक रहे है।