Mhada अब PMGP के तहत करेगी इमारतों के पुनर्विकास
आठ दिनों में तैयार हो रिपोर्ट : आव्हाड
इस बैठक कहा गया कि 1979 के बाद की इमारतों के किरायेदारों और निवासियों को उनके पुनर्विकास को लेकर चर्चा के लिए आगे आने की जरूरत है। फिर उपकर प्राप्त इमारतों के पुनर्विकास के बाद प्राप्त हुए सर प्लस एरिया के वितरण के बारे में जल्द ही एक निश्चित नीति की घोषणा की जाएगी। वहीं जल्द ही वास्तुकारों के साथ एक बैठक में मुंबई की पुरानी बस्तियों के म्हाडा में पुनर्विकास के लिए एक प्रस्ताव बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री आवास योजना के कार्यान्वयन को कुशलता से लागू करने की आवश्यकता को लेकर मंत्री ने म्हाडा अधिकारियों को एक सम्पूर्ण रिपोर्ट देने के लिए आठ दिन का समय दिया है।
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वैश्विक स्तर पर निविदाएं…
वहीं घरों की मांग और पुनर्विकास की धीमी गति को ध्यान में रखते हुए मंत्री ने बैठक में कहा कि नाशिक, पुणे, औरंगाबाद, नागपुर, अमरावती जैसे मुख्य शहरों में विकास को लेकर सरकारी जमीन की जानकारी ली जाए, जिसमें म्हाडा की ओर से घरों का निर्माण किया जा जाएगा, जबकि इसके लिए संबंधित जिलाधिकारियों को पत्र भी भेजा जाना चाहिए। महाराष्ट्र में तालुकाओं के स्थान छोटे 300-400 वर्ग फुट आकार के हैं, जबकि सरकार का इरादा लोगों को किफायती आवास देने का है। इमारत नागरिकों को सस्ती दरों पर उपलब्ध कराने में लिए प्री-फैब तकनीक पर जोर देते हुए आव्हाड ने अधिकारियों को वैश्विक स्तर पर निविदाओं के लिए आवेदन को लेकर निर्देश दिया। वहीं म्हाडा के संक्रमण शिविर के ‘ए’, ‘बी’ और ‘सी’ श्रेणी के किरायेदारों की पात्रता निर्धारित करने के लिए एक बायोमेट्रिक सर्वेक्षण आयोजित करने को भी संबंधित अधिकारी के निर्देशित किया गया।