मिली जानकारी के मुताबिक, सरफराज अंसारी अपने परिवार के साथ अंबरनाथ पश्चिम के उलन चाल में रहते हैं। उनके घर में 6 महीने पहले बेटे शहबाज का जन्म हुआ। गुरुवार की रात शहबाज अन्य बच्चों के साथ घर के बाहर खेल रहा था। इस बीच वह अचानक से रोने लगा। जिसके बाद दूसरे बच्चों ने शहबाज के माता-पिता को इसकी जानकारी दी। बाद में शहबाज के माता-पिता ने उसे शांत करने की कोशिश की लेकिन वह रोता रहा।
इसलिए दोनों उसे एक निजी अस्पताल ले गए। लेकिन वहां भी डॉक्टरों को कुछ समझ नहीं आया, उधर मासूम की तबियत बिगड़ती चली गई। जिसके बाद घबराये शाहबाज के माता-पिता उसे उल्हासनगर के सरकारी अस्पताल ले गए। लेकिन वहां पहुंचने से पहले ही दुर्भाग्य से शहबाज की मौत हो गई थी।
डॉक्टर ने जब शहबाज की जांच की और पाया कि उसके गले में एक मछली फंसी हुई थी और इस वजह से दम घुटने से उसकी मौत हो गई। डॉक्टरों ने उसके गले से मछली निकाल दी। मौत के सही कारणों की पुष्टि के लिए पोस्टमार्टम के बाद शव को माता-पिता को सौंपा जायेगा। इस घटना से अंसारी परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।