चौतरफा बिकवाली
बाजार में आद चौतरफा बिकवाली की गई। निफ्टी के 50 शेयरों में 45 घाटे में रहे। अडानी पोट्र्स, इंड्सइंड बैंक, टाटा मोटर्स, टाटा स्टील और हिंडाल्को Adani Ports, IndusInd Bank, Tata Motors, Tata Steel, Hindalco 4 से 6 फीसद टूटे। बिकवाली की आंधी में विप्रो, आयशर मोटर्स, एचसीएल टेक व टीसीएस कमोबेस Wipro, Eicher Motors, HCL Tech and TCS मुनाफे में रहे।
सभी इंडेक्स घाटे में
उद्योगवार सभी वर्गों के इंडेक्स index घाटे में रहे। बैंकिंग, मेटल, कैपिटल गुड्स, ऑटो, ऑयल व गैस, पावर, एफएमसीजी, फार्मा और रियल्टी सूचकांक 1 से 4 प्रतिशत के बीच टूटे। एनएसई में 2,601 शेयर घाटे में रहे जबकि 760 को बढ़त मिली। मुनाफे वाले शेयरों में 112 अपर सर्किट तक चढ़े जबकि 533 लोवर सर्किट तक लुढ़के।
पैसे निकाल रहे विदेशी
बाजार के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक (एफपीआइ) घरेलू बाजार से लगातार पैसे निकाल रहे हैं। एफपीआइ ने बुधवार को 3,609.35 करोड़ के शेयर बेचे। मई में वे 17,403 करोड़ रुपए निकाल चुके हैं जबकि 2022 में यह आंकड़ा 1.44 लाख करोड़ रुपए है।
निवेश का मौका
मेहता इक्विटीज के राकेश मेहता ने कहा कि बाजार में गिरावट निवेश का अवसर है। घबराने के बजाय संयम की जरूरत है। आंख मूंद कर कोई भी शेयर न खरीदें। कम भाव पर उपलब्ध अच्छी कंपनियों के शेयर अपने पोर्टफोलियो में शामिल करें। यह बात सही है कि रिकॉर्ड ऊंचाई के मुकाबले सेंसेक्स-निफ्टी 15 प्रतिशत गिर चुके हैं। हमारी अर्थव्यवस्था मजबूत है, जिसे देखते हुए हम जल्द बाजार के सही दिशा में बढऩे की उम्मीद कर रहे हैं। आइआइएफएल के संजीव भसीन को उम्मीद है कि अगले एक पखवाड़े में बाजार 10 प्रतिशत चढ़ सकता है।
और सताएगी महंगाई
विश्लेषकों के मुताबिक भारत और अमरीका India and America सहित कई देशों के महंगाई के आंकड़े डराने वाले हैं। हालांकि मार्च के मुकाबले अमरीका में महंगाई घटी है जबकि अप्रेल में भारत में खुदरा महंगाई 7.9 प्रतिशत की ऊंचाई पर पहुंच गई। डिमांड और सप्लाई के बीच असंतुलन को देखते हुए महंगाई से जल्द राहत के आसार नहीं हैं। तय माना जा रहा कि अमरीकी फेडरल बैंक ब्याज दर बढ़ाएगा। इसे देखते हुए निवेशक शेयर बाजार से पैसा निकाल क्रूड, सोना जैसे सुरिक्षत माध्यमों में निवेश कर रहे हैं।