ज्ञात हो कि सकरी में ग्राम पंचायत के समय से पटाखा दुकान लगाया जा रहा है। इसके लिए त्योहार के 15 दिन पूर्व ही दुकान का आवंटन हो जाता था, लेकिन निगम बनने के बाद पटाखा व्यवसायियों को दुकान आवंटन के लिए बार-बार जोन कार्यालय के चक्कर काटने पड़े, तब जाकर निगम प्रशासन जागा और रविवार को जोन कमिश्नर प्रवीण शर्मा, इंजीनियर जुगह किशोर सिंह दोपहर को बचन बाई परिसर स्थित मैदान पहुंचकर व्यापारियों से बातचीत की और यही दुकान लगने का आश्वासन देकर एसडीएम कार्यालय से सूची आने उपरांत सोमवार को चिट सिस्टम से दुकान आवंटन करने का आश्वासन दिया। जबकि अनुज्ञा सूची के मामले में एसडीएम कार्यालय से सूची तीन दिन पूर्व ही ओके होने की बात एसडीएम कोटा आनंद तिवारी द्वारा कही जा रही है।
एसडीएम कार्यालय में लटकी है सूची:- व्यापारियो द्वारा पटाखा लाईसेंस की सारी प्रक्रिया जिसमें स्थानीय कार्यालय से एनओसी,तहसीलदार से अनुमति सहित विभिन्न प्रक्रियाओ के बाद ये दस्तावेज अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय राजस्व कोटा जाता है वहॉ एसडीएम के हस्ताक्षर उपरांत व्यापारियो को पटाखा बेचने की अनुमति मिलती है त्यौहार को सिर्फ सप्ताह भर बचे है लेकिन अभी तक एसडीएम कार्यालय से सूची जोन कार्यालय सकरी को नही मिली है जिसके कारण भी आबंटन की प्रक्रिया नही हो पा रही है।
अनुमति शुल्क में आठ गुना बढ़ोत्तरी:- नगर पंचायत के समय पटाखा व्यापारियो को दुकान आबंटन के लिए सिर्फ पॉच सौ की रसीद कटानी पड़ती थी अब निगम में शामिल होने के बाद प्रत्येक दुकान के लिए चार हजार रूपये की रसीद कटानी पड़ेगी इस पर जब व्यापारियो ने आपत्ति दर्ज करायी तब निगम अधिकारियो द्वारा निगम क्षेत्र में आने की बात कह कर इससें किनारा कर लिया लेकिन व्यापारियो का कहना है कि बिलासपुर में बड़े स्तर पर खरीदी-बिक्री होती है जबकि सकरी अभी भी ग्रामीण क्षेत्र में होने के कारण यहॉ खरीदी-बिक्री का पैमाना कम होता है इस लिहाज से शुंल्क में आठ गुना वृद्धि व्यापारियो के साथ अन्याय है इसके लिए निगम प्रशासन को सकरी के व्यापारियो को राहत पहुचाने नियमो में संशोधन के लिए विचार करना चाहिए।
दो-तीन दिन पहले ही मेरे द्वारा पटाखा दुंकान के अनुज्ञा में हस्ताक्षर कर दिए गए है व्यापारी मेंरे कार्यालय में जाकर अपना अनुज्ञा प्राप्त कर सकते है हमारी तरफ से पूरी प्रक्रिया पूरी की जा चूॅकी है।
– आनंद तिवारी, एसडीएम कोटा।