
नगरीय प्रशासन व राजस्व अधिकारियों की मिलीभगत से बसा दी गई अवैध कॉलोनी
बालकृष्ण अग्रवाल/पेंड्रा| आदिवसी बाहुल्य मरवाही, पेंड्रा व गौरेला में नित नए भ्रष्टाचार के मामले सामने आ रहे हैं, जिसमें पीएम आवास में धोखाधड़ी, शौचालय राशि के गबन तो बेजा कब्जा के मामले शामिल हैं। अब एक नया मामला सामने आया है, जिसमें पेंड्रा नगर पंचायत क्षेत्र के राजस्व भूमि पर मिलीभगत कर अवैध कॉलोनी ही बसा दी गई। मामला प्रकाश में आते ही एसडीएम ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तहसील कार्यालय से एक किलोमीटर की दूरी पर डां.भंवर सिंह पोर्त शासकीय महाविद्यालय के पास बड़े झाड़ के जंगल मद की राजस्व की भूमि है। पेंड्रा नगर पंचायत क्षेत्र में आने वाले इस शासकीय भूमि पर ५० से ५५ मकान खड़े हो गए। नगर प्रशासन ने पानी के कनेक्शन दे दिए और सीसी रोड का निर्माण तक करा दिया। वहीं बिजली विभाग द्वारा सभी मकानों में विद्युत आपूर्ति भी बहाल कर दी गई। अवैध निर्माण में सर्वसुविधा के साथ लोग रहने भी लगे। वहीं राजस्व प्रशासन है कि बेफिक्र की नींद सोता रहा। सूत्र की मानें तो यह खेल पिछले दस - पंद्रह सालों से चल रहा है। अवैध निर्माण की जांच कर रहे पटवारी जनार्दन मंडल ने जब मौका मुआयना किया तो उसके होश पाख्ता हो गए। उसने रिपोर्ट बनाकर एसडीएम नूतन कंवर को सौंपी। एसडीएम ने आनन फानन में जांच टीम गठित कर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा। एसडीएम ने भरोसा दिलाया कि जांच में दोषी पाए जाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। इस सम्बंध में पेंड्रा नगर पंचायत के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ईश्वर सोनी से जब पूछा गया कि नल कनेक्शन, सीसी रोड और बिजली कनेक्शन कैसे पहुंच गया तो उन्होंने बताया कि मैं यहां अभी नया
आया हूं।
एसडीएम साहब ने जांच के आदेश दिए हैं। टीम गठित की गई है। जल्द ही जांच रिपोर्ट अनुविभागीय अधिकारी को सौंप दी जाएगी। जनार्दन मंडल, पटवारी
&वहां पर कितने नल कनेक्शन दिए गए हैं जानकारी नहीं है। सड़क बनाए जाने की भी जानकारी मुझे नहीं है। मै अभी नया आया हूँ। वहां पर लगभग 5 सार्वजनिक नल जरूर हंै। इंजीनियर के आने के बाद ही कनेक्शन की पूरी जानकारी दे पाऊंगा।
ईश्वर सोनी, मुख्य नगर पंचायत अधिकारी पेंड्रा
&बड़े झाड़ के जंगल मद की राजस्व की जमीन है। मैंने तहसीलदार और पटवारी को जांच के लिए आदेश दे दिया है। जांच के पश्वात दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
नूतन कंवर, एसडीएम पेंड्रारोड
अवैध कॉलोनी के खेल का कौन है मास्टरमाइंड
पेंड्रा तहसल क्षेत्र के राजस्व भूमि पर दस-पंद्रह सालों से अवैध रूप से पक्के मकानों का निर्माण कराया जा रहा था। इसकी भनक राजस्व विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों तक नहीं थीं। क्या ऐसा हो सकता है?
अवैध मकान निर्माण करा कर अतिक्रमण कर लिया गया बावजूद इसके बिना खसरा नंबर और जमीन रजिस्ट्रेशन पेपर के नल कनेक्शन और बिजली विभाग द्वारा विद्युत कनेक्शन किस आधार पर दे दिए गए।
इस अवैध निर्माण के काले खेल में नगरीय निकाय के जनप्रतिनिधियों ने सीसी रोड का प्रस्ताव कैसे पास किया और प्रस्ताव आया तो नगरीय प्रशासन ने बिना नक्शे का सीसी रोड बनाया कैसे, यह भी प्रश्न उठना लाजिमी है।
Published on:
06 Dec 2018 11:03 am
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