चुनावी के शुरुआती दौर में ही कथित रूप से विपक्ष के साथ वाले जिला पंचायत सदस्य भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों के साथ कलेक्ट्रेट में दाखिल हुए तो खलबली मच गई। 11 बजे मतदान शुरू हुआ और 12 बजे तक विपक्ष के संयुक्त प्रत्याशी सतेंद्र बालियान जिला कलेक्ट्रेट से बाहर निकल आए। बाहर आकर उन्हाेंने जिला प्रशासन और भारतीय जनता पार्टी पर चुनाव में धांधली का आरोप लगाया। अपने भाई केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान पर भी आरोप लगाते हुए 2022 और 2024 में भाजपा को चुनाव हराने की बात कही। मामले की जानकारी विपक्षी पार्टियों के पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को लगी तो महावीर चौक पर हंगामा खड़ा हो गया। रालोद-सपा-आजाद समाज पार्टी कांग्रेस व भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने प्रशासन और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हंगामा शुरू कर दिया।
भीड़ बेरीक़ेटिंग तोड़ते हुए जिला कलेक्ट्रेट की ओर कूच करने लगी। आनन-फानन में पुलिस अधिकारी पुलिस बल के साथ विपक्षी कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए दौड़ पड़े मगर इसके बावजूद भी भीड़ प्रकाश चौक पर पहुंच गई। काफी देर तक हंगामा होता रहा भीड़ ने जबरन बेरिकेटिंग हटा दी जिसमें पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने कड़ी मशक्कत कर भीड़ को समझा-बुझाकर शांत किया। इसके बाद तमाम विपक्षी नेता व भीड़ राष्ट्रीय लोक दल कार्यालय पर पहुंच गई। दाेपहर बाद जिला प्रशासन ने वोटिंग के लिए घोषणा कर दी। इसके बाद मतगणना के लिए भी घोषणा की गई।
विपक्ष के संयुक्त प्रत्याशी सतेंद्र बालियान मतगणना के दौरान मतगणना स्थल पर मौजूद नहीं रहे जिला प्रशासन ने भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर वीरपाल निरवाल की जीत की घोषणा कर दी। जिसमें 30 मत पाकर भाजपा प्रत्याशी डॉक्टर वीरपाल निरवाल विजई हुए। इसके बाद तमाम भाजपा के विधायक व कार्यकर्ता और पदाधिकारी कलेक्ट्रेट पहुंच गए और जश्न शुरू हो गया डॉक्टर वीरपाल निरवाल और विधायक उमेश मलिक को भीड़ ने फूल मालाओं से लाद दिया गौरतलब है कि विपक्ष के संयुक्त प्रत्याशी सतेंद्र बालियान केंद्रीय मंत्री संजीव बालियान के तेहरे भाई हैं भाजपा प्रत्याशी की जीत के बाद संजीव बालियान के आवास पर बधाई देने वालों का तांता लग गया।