दरअसल, गुर्जर हेड़ी निवासी 20 वर्षीय युवक प्रदीप पुत्र सोमपाल अपने घर की छत पर पानी की टंकी का पाइप साफ कर रहा था। इसी बीच टंकी का लोहे का पाइप और वह गांव के बीचों बीच गुजर रही 11 हजार की हाईटेंशन विद्युत लाइन की चपेट में आ गया। वहीं, पास में ही काम कर रही प्रदीप 18 वर्षीय बहन पिंकी ने जब अपने भाई को तड़पते देखा तो उससे रहा न गया और वह भी अपने भाई को बचाने के लिए दौड़ पड़ी। मगर बेरहम बिजली ने भाई के साथ उसकी जान बचाने गई बहन की भी जान ले ली। घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। सैकड़ों ग्रामीण पीड़ित परिवार के घर पर इकट्ठा हो गए।
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अवैध असलहा फैक्ट्री का पुलिस ने किया खुलासा, भारी मात्रा में बने और अधबने तमंचे बरामद धरने की सूचना मिलते ही समर्थकों के साथ पहुंचे ठाकुर पूरन सिंह ने किया प्रदर्शन घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी तितावी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए। इसके बाद भारतीय किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर पूरन सिंह अपने समर्थकों के साथ गांव में पहुंचे और विद्युत विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी गांव में पहुंच गए। कई घंटों चले धरने प्रदर्शन के बाद अधिकारियों के आश्वासन पर ग्रामीणों ने धरना समाप्त किया।
अधिकारियों ने पहले ही ग्रामीणों की मानी होती जवान बेटा-बेटी जान नहीं गंवाते पुलिस ने मृतकों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है। ग्रामीणों का आरोप है कि गांव के बीचो-बीच से हाईटेंशन विद्युत लाइन गुजर रही है, जिसे हटाने के लिए कई बार विद्युत विभाग के अधिकारियों को शिकायत भी की गई है, मगर ग्रामीणों की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसी वजह से सोमपाल ने अपने जवान बेटे और बेटी को गंवा दिया है। घटना के बाद से गांव में मातम पसरा है।