इस संस्था का बताया अध्यक्ष जानकारी के अनुसार, ईश्वरचंद्र शर्मा रुड़की (Roorkee) स्थित इंजीनियर कॉलोनी का रहने वाला है। उसने कुछ दिन पहले पीएमओ को एक पत्र भेजा था। इसमें उसने खुद को अखिल भारतीय भ्रष्टाचार निरोधक समिति का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया था। साथ ही उसने यह भी लिखा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी संस्था का पदेन सदस्य बनाया गया है। लेटरपैड पर अशोक स्तंभ का चिह्न भी अंकित था। यह भारत सरकार का अधिकृत चिह्न है। लेटर मिलने के बाद पीएमओ ने संस्था की जांच कराई। बताया जा रहा है कि जांच में संस्था को फर्जी पाया गया।
आरोपी के खिलाफ कार्रवाई को कहा इस दौरान यह भी पता चला कि ईश्वरचंद्र शर्मा ने संस्था के रजिस्ट्रेशन के लिए जिस आईडी का इस्तेमाल किया है, वह मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) का है। आरोपी की आईडी मुजफ्फरनगर के सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के सरवट क्षेत्र की निकली। इसके बाद पीएमओ की तरफ से डीजीपी को पत्र भेजकर कार्रवाई को कहा गया। मामले में पीएमओ की ओर से डीजीपी को पत्र भेजकर आरोपी ईश्वरचंद्र शर्मा के खिलाफ विधिक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। फिर प्रदेश मुख्यालय से एसएसपी (Muzaffarnagar SSP) अभिषेक यादव को कानूनी कार्रवाई कने के निर्देश दिए गए। एसएसपी का आदेश मिलने के बाद आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। सिविल लाइंस थाना प्रभारी समयपाल अत्री का कहना है कि अधिकारियों के निर्देश पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। आरोपी की तलाश की जा रही है।
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