यह भी देखें : रफ्तार के दीवानों को अब नहीं लगानी होगी ब्रेक, जल्द शुरू हो रही यह सड़क 8वीं और छठवीं कक्षा की छात्रा हैं दोनों पहलवान बता दें कि यह दोनों बहने शगुन और वेदी सैनी जनपद शामली के थाना भवन क्षेत्र के गांव हसनपुर लुहारी की निवासी हैं। शगुन जिसकी उम्र 12 वर्ष है तो उसकी छोटी बहन वेदी 8 वर्ष की है। शगुन क्लास 8 व वेदी क्लास 6 में पढ़ाई कर रही हैं। दोनों ही बहने दंगलों में लड़कों को धूल चटा कर लगातार पहलवानी के अखाड़े में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा दी जा रही है। गांव के ही रहने वाले अमित सैनी की दोनों बेटियों का पहलवानी का सफर आज से 5 माह पूर्व दंगल फिल्म देखने के बाद शुरू हुआ। जब पूरे परिवार में एक साथ बैठकर दंगल फिल्म देखी तो अमित सैनी ने अपनी दोनों बेटियों को पहलवान बनाने की ठान ली। दोनों बहने क्षेत्र में जनपद में पहलवानी के अखाड़ों में लड़कों को हराकर हर किसी को हैरत में डाल रही है।
पत्रिका टीवी के पश्चिमी उत्तर प्रदेश बुलेटिन देखने के लिए क्लिक करें गीता फोगाट जैसा बनना चाहती है शगुन पहलवान शगुन ने बताया कि जब वह कुश्ती के मैदान में उतरते हैं तो सामने लड़का हो या लड़की उनको कुछ फर्क नहीं पड़ता वह तो सिर्फ सामने वाले को पहलवान मान कर चलती है और उसे हराकर ही दम लेती है। शगुन ने बताया कि पहलवान बनने के बाद उनकी दिनचर्या में भी भारी बदलाव आया है पहले वह 7 बजे उठकर विद्यालय जाती थी लेकिन सुबह 4 बजे उठकर व्यायाम, कसरत करने के बाद रोज कुश्ती की प्रैक्टिस करती है। यह सब कार्य उनके कोच जो गांव के ही निवासी अहसान उन्हें करा रहे हैं। उसने बताया कि वह आगे चलकर गीता फोगाट जैसा पहलवान बनना चाहती हैं और अपने परिवार का नाम रोशन करना चाहती हैं।
यह भी देखें : छात्राओं ने टाट-पट्टी बिछाने से किया इंकार तो टीचर ने बेरहमी से पीटा, देखें वीडियो कैसे लिया पहलवानी शुरु करने का फैसला शगुन ने बताया एक दिन वह और उसका पूरा परिवार दंगल मूवी देख रहे थे तो उन्होंने अपने पिता से जीत की कि वह भी गीता और बबीता फोगाट जैसा बनना चाहती है। पहले तो पिता ने मना कर दिया लेकिन दोनों बहनों के जिद करने के बाद पिता ने उनको गांव के ही कोच से अखाड़े में पहलवानी के गुर सिखाने शुरू कर दिए। जनपद व आसपास के जनपदों में भी दोनो बहनों के चर्चे हैं। यही नहीं वो पास के जनपदों के दंगलों में अपने से बड़ी उम्र के लड़कों को भी अखाड़े में हराकर धूल चटा चुकी है।
लोगों ने जताई थी आपत्ति शगुन और वेदी के पिता अमित सैनी बताते हैं कि वह और उनकी दोनों बेटियां पूरे परिवार समेत दंगल फिल्म देख रहे थे। उसी फिल्म की प्रेरणा से उन्होंने अपनी बेटियों को पहलवान बनाने की ठान ली। पहले तो गांव में क्षेत्र के लोग अमित को कहते थे कि वह अपनी बेटियों को क्या बनाना चाहता है और वह लड़कों के साथ अपनी लड़कियों की कुश्ती क्यों करा रहा है। लेकिन इस सब मानसिकता से ऊपर उठकर अमित सैनी लगातार अपनी दोनों बेटियों को अखाड़े में कुश्ती के दांव पेंच सिखा रहे हैं। अमित का कहना है कि उसके तीन बेटियां हैं और वह अपनी तीसरी बेटी को भी पहलवान बनांएगे। बच्चों की मां मीनाक्षी सैनी ने कहा कि उनकी बेटियां अच्छा कर रही है और आगे चलकर उनके परिवार का नाम रोशन करेंगी। वह और उनका परिवार अपने दोनों बच्चों को आगे बढ़ाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगा।
यह भी पढें : यूपी के हाईटेक शहर में चूल्हा लेकर महिलाओं ने किया प्रदर्शन, जानिए क्यों अपने से बड़े लड़कों को दे रही पटखनी गांव में दो दिवसीय एक दंगल का आयोजन किया गया जिसमें दोनों बहनों ने अपने से बड़ी उम्र के लड़कों को धूल चटाई। बड़ी बहन ने तो 1 मिनट 30 सेकेंड में ही अपने से कई वर्ष बड़े लड़के को हराकर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। वहीं छोटी बहन ने अपने से बड़ी उम्र के लड़के को हराकर सबका मन जीता। दोनों बहनें लगातार कुश्ती के मैदान में अपना लोहा मनवा रही है।