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मोदी के बराबर खुद को खड़ा करना चाहते हैं योगी
योगी चुनाव प्रचार पर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के प्रचार में आए हैं। उनका फैसला है। इस पर कोई पाबंदी नहीं है । मुझे लगता है कि योगी आदित्यनाथ के मस्तिष्क में शायद यह बात है कि 2017 का जो चुनाव था। उसमें वोट मोदी के नाम पर मिला। इसलिए वह प्रमाणित करना चाहते हैं कि मैं भी मोदी से कम नहीं हूं। मैं अपने दम पर निकाय चुनाव में जीत दिला सकता हूं। योगी आदित्यनाथ को भी समय देने की जरूरत है। अभी उनकी सरकार में तालमेल नहीं है। उनके आधे से ज्यादा मंत्री उन से सहमत नहीं है। योगी को सरकार चलाने का अनुभव नहीं है। मुझे लगता हैं की योगी को अभी समय देने की जरूरत हैं।
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धर्मगुरु और राजनीति पर भी बोले
उन्होंने कहा कि राजनीति से कोई धर्मगुरु प्रेरित नहीं है। धर्म गुरु सिर्फ धर्म गुरु होते हैं। वह कोई बीजेपी का, कांग्रेस का या समाजवादी का नहीं होता है। BJP में बहुत से महात्मा और महाराज हैं। साक्षी महाराज हैं। योगी आदित्यनाथ जी हैं। उमा भारती जी हैं। मैं भाजपा के साथ नहीं हूं। बीजेपी नीति फिरकापरस्त है, जो हिंदू और मुसलमान में भेद पैदा करती है। मैं उसके खिलाफ लड़ाई लड़ रहा हूं।